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वेबसाइट क्या है हिन्दी में जानकारी/Information about website in Hindi
1). वेबसाइट का मतलब/अर्थ (Website Meaning):
वेबसाइट इंटरनेट पर छपने वाली एक किताब होती है जिसके माध्यम से किसी चीज के बारे में जानकारी दी जा सकती है या फिर कुछ सामान या फिर services बेची जा सकती हैं।
वेबसाइटों से ही मिलकर इंटरनेट का एक हिस्सा World Wide Web (www) बनता है जिसके अंतर्गत सारी वेबसाइटें आती हैं।
वेबसाइट के कई सारे हिस्से होते हैं जिनसे मिलकर वह वेबसाइट बनी होती है। पेश हैं वेबसाइट के कुछ ऐसे ही महत्वपूर्ण हिस्सों की जानकारी-
2). वेबसाइट से संबंधित कुछ शब्द (Important Website Related Terms or Elements):
अगर आपको वेब या फिर वेबसाइट को अच्छी तरह समझना है तो आपको सबसे पहले internet से जुड़े कुछ शब्दों को समझना होगा। पेश हैं वेबसाइट से जुड़े कुछ ऐसे ही शब्द-
1. वेबपेज (Webpage)-
जिस तरह किताब पन्नों से बनी होती है ठीक उसी तरह वेबसाइट भी एक खास तरह के पन्नों से बनी होती हैं जिन्हें हम WebPages कहते हैं।
अलग-अलग webpages में अलग-अलग चीजों से रिलेटेड information stored रहती हैं। जैसे किसी पेज पर ‘गूगल क्या है’ के बारे में लिखा होगा तो किसी पेज पर ‘गूगल क्या करता है’ के बारे में जानकारी दी होगी।
वेबपेजेस तीन प्रकार के होते हैं-
- Dynamic Web Pages- वो वेबपेज जो automatically हर वक्त बदलते रहते हैं। जैसे- आपकी facebook प्रोफ़ाइल का News Feed. इनमें हर वक्त कोई-न-कोई नई update आती रहती है। ये एक बने-बनाए algorithm के हिसाब से खुद को change करते हैं।
- Static Web Pages- वो वेबपेजेस जो automatically नहीं बदलते हैं। जैसे- ये जो पोस्ट आप अभी पढ़ रहे हैं, भी एक static webpage है क्योंकि ये तब तक नहीं बदलेगा जब तक कि मैं इसमें कोई change ना कर दूँ।
- Home Page- जब हम किसी ब्राउज़र में किसी वेबसाइट का url टाइप करके उसे access करते हैं तो जो सबसे पहला page खुलता है तो उसे ही ‘होमेपेज (homepage)’ कहते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप sochokuchnaya.com अपने ब्राउज़र में टाइप करते हैं तो जो सबसे पेज आपके सामने खुलता है (जिसमें आपको कई सारे दिख जाती हैं उसे ही Homepage कहते हैं।
2. यूआरएल या वेब अड्रेस (URL/Web Address)-
जिस तरह किताब में किसी खास पेज को ढूंढने के लिए हम page number का प्रयोग करते हैं ठीक उसी तरह हम किसी website में किसी खास पेज तक पहुँचने के लिए (या कहें किसी खास पेज को access करने के लिए) यूआरएल या फिर web address का प्रयोग करते हैं।
मान लीजिए कि abc.com नाम की कोई वेबसाइट है।
अब मान लीजिए कि इसमें “गूगल क्या है” से संबंधित कोई पोस्ट लिखी हुई है तो उसका URL संभवत: कुछ इस तरह हो सकता है- https://www.abc.com/google-kya-hai
इसी तरह अगर इसी वेबसाइट में ‘गूगल कैसे काम करता है’ के बारे में कोई पोस्ट लिखी गई हो तो उसका url कुछ इस तरह का हो सकता है- https://www.abc.com/google-kaise-chalta-hai
आप इन URLs की मदद से एकदम से किसी वेबसाइट के किसी specific page तक पहुँच सकते हैं और उस वेबसाइट से अपने काम की जानकारी को आसानी से access कर सकते हैं।
याद रहें, किसी वेबसाइट के URLs को बनाने का काम उस वेबसाइट के मालिक का होता है as a user आप इसमें कोई change नहीं कर सकते हैं। हालांकि बड़ी वेबसाइटों जैसे- facebook, twitter आदि में अपनी प्रोफ़ाइल से जुड़े URLs को यूजर खुद भी customize कर सकते हैं।
3. वेब ब्राउज़र (Web Browsers)-
वेब ब्राउजर (या simply ब्राउज़र) वे टूल होते हैं जिनकी मदद से हम गूगल या फिर किसी भी अन्य वेबसाइट को चलाते हैं या फिर सीधा-सीधा कहें तो ब्राउज़र्स की मदद से हम इंटरनेट (या फिर वेब) को चला पाते हैं। उदाहरण- Google Chrome, Firefox, Opera Mini, UC Browser, Microsoft Edge, etc.
ज्यादा जानें- वेब होस्टिंग पर शुरुआती लोगों के लिए सरल गाइडबुक!
हर वेबपेज एक पोस्ट नहीं होता लेकिन हर पोस्ट एक webpage होती है.
सिर्फ वही वेबपेज जिनमें कुछ काम की जानकारी होती है पोस्ट या फिर ब्लॉग पोस्ट कहलाती है।
जैसे- यह है webpage है लेकिन पोस्ट नहीं है- क्लिक करें.
और यह एक वेबपेज भी है और ब्लॉग पोस्ट भी- ब्लॉग पोस्ट देखें.
9. कंटेन्ट (Content)- जो कुछ भी हम अपनी वेबसाइट पर डालते हैं चाहे वो कोई text हो, फोटो हो या फिर कोई video हो, कंटेन्ट कही जा सकती है।
10. लिंक (Link)- जब हम किसी URL को इस रूप में रखते हैं कि उसपे सीधे एक बार click करके उसके webpage तक पहुंचा जा सकता है तो इसे link कहते हैं।
11. सर्च इंजन ऑपतिमाइज़ेशन (SEO)- ज्यादातर लोग गूगल में उसी वेबसाइट पे click करते हैं जो उन्हें सबसे पहले दिखती है। यानि अगर गूगल में कोई वेबसाइट लोगों को पहले दिख जाती है तो उसके popular होने के chances बढ़ जाते हैं।
इसीलिए बहुत सारे website owner अपनी वेबसाइट पे ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने के लिए उसे गूगल में top पर दिखाने के लिए कई सारी techniques का इस्तेमाल कहते हैं, जिन्हें कुल-मिलाकर “Search Engine Optimization या SEO” कहा जाता है।
3). वेबसाइटों के प्रकार (Types of Website):
- डाइनेमिक वेबसाइटें- जो लगातार update होती रहती हैं।
- स्टैटिक वेबसाइटें- जो लगातार update नहीं होती हैं।
- ब्लॉग वेबसाइटें (Blogs)- वो वेबसाइट्स जिनका काम सिर्फ और सिर्फ लोगों को information देना होता है। जैसे- acchikhabar.com, gyanipandit.com
- सोशल साइट्स (Social Sites)- वो साइटें जो लोगों को आपस में interact करने का platform देती हैं। जैसे- facebook, linkedin
- सवाल-जवाब साइटें (Question-Answer Sites)- जिन वेबसाइटों में लोग सवाल पूछते हैं या फिर किसी दूसरे के पूछे हुए सवाल का जवाब देते हैं। जैसे- Quora, Chankya
- इंटरनेट फोरम (Internet Forums)- जिन साइटों में लोग अपनी समस्या का समाधान ढूंढने जानते हैं। जैसे- Google Forums
- ई-कॉमर्स साइटें (e-commerce)- ‘ई’ यानि इंटरनेट और कॉमर्स यानि व्यवसाय। यानि जो वेबसाइटें इंटरनेट द्वारा सामान बेचने या फिर business करने के लिए बनाई होती हैं उन्हें e-commerce sites बोलते हैं। जैसे- Amazon, Flipkart
- ऑनलाइन सर्विस साइट्स (Online Service sites)- वे वेबसाइट्स जो लोगों से पैसे लेकर उनको online सेवा देती हैं। जैसे- Netflix, Amazon Prime Video
- विडिओ साइट्स (Video Sites)- वे वेबसाइटें जिनमें सिर्फ और सिर्फ video content होता है। जैसे- youtube, vimeo, dailymotion
- माइक्रोनिच साइट्स (Microniche Blog)- वे ब्लॉग जो किसी बहुत ही छोटे topic पर बने होते हैं, उन्हें माइक्रोनिच ब्लॉग कहते हैं। ऐसे ब्लॉग बनाकर आप कम समय में काफी पैसे कमा सकते हैं।
4). वेबसाइट के हिस्से (Parts of Website):
- वेबसाइट का लोगो (Logo)- हम जब वेबसाइट को खोलते हैं तो सबसे पहले हमें उसका logo दिखता है।
- हेडर (Header)- लोगों के बाद हमें उसका header दिखता है जिसमें कई सारे elements होते हैं, जैसे- site navigation, menu, search bar
- मेनू (Menu)- मेन्यू के द्वारा हम वेबसाइट की अलग-अलग तरह की catagories तक पहुँच सकते हैं।
- बॉडी (Body)- बॉडी में वेबसाइट का Content होता है जिससे हमें सबसे ज्यादा मतलब होता है।
- साइडबार (SideBar)- कंप्यूटर में जब हम किसी साइट को खोलते हैं तो उसमें side से कुछ चीजें रहती हैं। इसे sidebar कहते हैं।
- फ़ीड (feed)- वेबसाइट के homepage में जो content होता है उसे feed बोलते हैं।
- फूटर (footer)- फुट यानि पैर। वेबसाइट का जो पैर वाला हिस्सा यानि जो सबसे नीचे का part होता है उसे footer कहते हैं। इसमें privacy policy, terms and conditions, disclaimer, contact us और copyright जैसे pages होते हैं।
5). एक वेबसाइट कैसे बनाते हैं? (Creating A Site):
6). ब्लॉग में पोस्ट कैसे लिखते हैं? (Writing A Blog):
7). वेबसाइट होने के फायदे (Benefits of having a website)-
- अगर आप एक local business चलाते हैं तो वेबसाइट के द्वारा आप tourist लोगों को अपने business की तरफ आकर्षित कर सकते हैं।
- आप Google My Business पे अपना बिजनेस list करके बहुत सारे customers पा सकते हैं।
- आप चाहें तो अपनी खुद की वेबसाइट बनाकर उसपे अपने products और services बेच सकते हैं।
- आप अपना एक blog बनाकर उस पर अपना knowledge शेयर कर सकते हैं। और फिर अपने ब्लॉग पर ads लगाकर और कुछ अन्य तरीकों से पैसे कमा सकते हैं।
- एक वेबसाइट की मदद से आप अपने यानि खुद के बारे में Google पर जानकारी डाल सकते हैं। ताकि जब भी लोग आपके बारे में कुछ सर्च करें तो गूगल उनको आपके बारे में जानकारी दिखाए।
- एक वेबसाइट के द्वारा आप अपनी खुद की पहचान बना सकते हैं।
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8). वेबसाइट से पैसे कैसे कमाते हैं? (Making Money):
9). वेबसाइट को गूगल में कैसे डालते हैं? (Upload Site into Google):
10). दुनिया की 10 सबसे बड़ी वेबसाइटों की लिस्ट (2019):
Site | Domain | Alexa top 50 global sites (As of August 23, 2019)[3] |
SimilarWeb top 50 sites (As of July 2019)[4] |
Type | Principal country/territory |
---|---|---|---|---|---|
google.com | 1 () | 1 ( |
Internet services and products | ||
YouTube | youtube.com | 2 ( |
2 ( |
Video sharing | |
Tmall | tmall.com | 3 ( |
82 ( |
Online shopping | |
Baidu | baidu.com | 4 ( |
4 ( |
Internet-related services and products | |
Tencent QQ | qq.com | 5 ( |
20 ( |
Portal | |
Sohu | sohu.com | 6 ( |
79 ( |
Portal | |
facebook.com | 7 ( |
3 ( |
Social networking | ||
Taobao | taobao.com | 8 ( |
42 ( |
Online shopping | |
Tmall | login.tmall.com | 9 | N/A[note 1] | Online shopping | |
Wikipedia | wikipedia.org | 10 ( |
10 ( |
Encyclopedia | |
Yahoo! | yahoo.com | 11 ( |
9 ( |
Portal and media |
Courtesy- Wikipedia
1. ब्लॉगिंग क्या होती है?
इंटरनेट पर ब्लॉग लिखकर जानकारी देने के काम को blogging कहा जाता है। जो व्यक्ति blogging करता है उसे blogger कहा जाता है और जिस वेबसाइट पर ब्लॉगिंग की जाती है उसे blog कहा जाता है।
उदाहरण के लिए आप अभी जिस वेबसाइट पर यह पोस्ट पढ़ रहे हैं यह भी एक blog ही है।
2. वेबमास्टर क्या होता है? (What is a Webmaster):
आज के इस इंटरनेट के जमाने में वेबसाइट एक बहुत ही जरूरी चीज हैं। उम्मीद है कि इस आलेख के द्वारा आप वेबसाइट के बारे में काफी अच्छे तरीके से जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे।
तो दोस्तों यही था “साइट के बारे में जानकारी/About Website in Hindi” पर हमारी आज की पोस्ट। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें comment के माध्यम से जरूर बताएं और आपका कोई सवाल हो तो उसे भी जरूर पूछें। हमसे facebook पर जुड़ें ताकि आपको नई post की update मिलती रहे।
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Aakhir aap apne website ka seo kaise karte ho?
seo ki process kaafi lmbi hai.. jaise- keyword search krna, content likhna aur usmein on page seo krna aur post hone ke baad off page seo krna etc.
aap hamaare blog post me iske baare mein pdh skte hain..
"SEO KAISE KAREIN"
thank you for this useful information, isse
mujhe blogging me kafi help milegi, please meri
nayi hindi blog site hai hindipado.com ispe traffic nhi aa rha me kya kru?
आपकी वेबसाइट देखि काफी अच्छा लिखते हैं आप 👍 ट्रैफिक को लेकर आप परेशान ना हों जैसे-जैसे आपकी साइट पर मौजूद शानदार कंटेन्ट की मात्रा बढ़ती जाएगी और आप अच्छा SEO करना सीखते जाएंगे तो ट्रैफिक अपने आप आ जाएगा. टिप- अपनी साइट का About Us पेज कस्टमाइज़ कीजिएगा 😉