वेबसाइट या ब्लॉग बनाने के दौरान हमारा पाला पहली बार जिस टेक्निकल चीज से पड़ता है वो है – वेब होस्टिंग (Web Hosting)
शुरुआती लोग अक्सर इस शब्द को लेकर कन्फ़्युशन में रहते हैं। मैंने खुद जब ब्लॉगिंग शुरू की थी तो मुझे होस्टिंग का मतलब और रोल समझने में काफी समय लगा था।
हालांकि होस्टिंग दरअसल बहुत ही simple चीज है, जो इस प्रकार है-
वही पढ़ें जो आप पढ़ना चाहते हैं..
1. वेब होस्टिंग क्या है? (What is Web Hosting)
आपने अपने फोन में एक पिक्चर क्लिक की। आपके हिसाब से वो कहाँ स्टोर हुई होगी?
बहुत खूब, आपके फोन के Local Storage में!
अब, ठीक इसी तरह जब आप कोई साइट बनाते हैं तो उसका डाटा (Article, Picture, Videos, etc) भी कहीं रखना होता है, तो जिस जगह हम अपने वेबसाइट के डेटा को रखते हैं उसे ही Web Hosting कहते हैं।
Web यानि Website और Hosting यानि रखना। अर्थात वेबसाइट के डेटा को रखने वाले प्लेटफॉर्म को ही हम वेब होस्टिंग कहते है।
2. होस्टिंग के लिए पैसे क्यों देने पड़ते हैं? (Why buying Hosting cost Money)
अक्सर लोग सोचते हैं Hosting के लिए वर्डप्रेस में पैसे क्यों देने होते हैं जबकि ब्लॉगस्पॉट और कई अन्य ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर तो होस्टिंग की कोई जरूरत ही नहीं होती?
ऐसा इसलिए होता है मेरे दोस्तों, क्योंकि WordPress.org सिर्फ एक Content Management System है यानि कि केवल एक सॉफ्टवेयर मात्र है जो आपको अपने ब्लॉग को मैनेज करने की सहूलियत प्रदान करता है। जैसे कि, जहां पर आप post लिखते हैं, कमेंट्स देखते हैं, plugins ऐड करते हैं यह सब सुविधाएं वर्डप्रेस प्रदान करता है और वह भी बिल्कुल मुफ़्त। क्योंकि वर्डप्रेस एक open-source, free, self-hosted CMS है।
वहीं दूसरी तरह Blogger.com (formerly Blogspot.com) गूगल की तरफ से एक Free और Google Hosted CMS है जिसमें गूगल सीएमएस सॉफ्टवेयर के साथ ही साथ Free Hosting भी प्रदान करता है।
अब आपमें से कई लोग सोच सकते हैं कि “फिर तो blogger.com ही बेहतर है!” जरा ठहरो मेरे दोस्त “अधूरा ज्ञान खतरनाक होता है।”
ब्लॉगर.कॉम फ्री होस्टिंग तो प्रदान करता है लेकिन इस होस्टिंग का मालिक गूगल ही रहता है इसलिए यदि आप अपनी blogger साइट पर उनकी policies का violation करते पकड़े जाते हैं तो आपकी साइट का पता किसी भी वक्त बिना बताए काटा जा सकता है।
वहीं दूसरी तरह वर्डप्रेस सेल्फ-होस्टिंग पर काम करता है यानि आपको अपनी साइट को खुद होस्ट करना होता है, इसलिए आपकी साइट के असली-मालिक आप होते हैं और आप अपनी साइट पर जो चाहे वो कर सकते हैं।
ब्लॉगर.कॉम यानि किराये का मकान = मकान मालिक के नियमों और शर्तों का पालन करना होता है।
वर्डप्रेस.ऑर्ग यानि अपना घर = जो चाहे, जब चाहे करो!
एक अन्य प्लेटफॉर्म है WordPress.com जो काफी हद तक blogger.com के जैसा है जिसका मतलब है = अपना घर (wordpress.org) होते हुए भी किराये के मकान में रहना!
3. वेब होस्टिंग के प्रकार (Types of Web Hosting)
वेबसाइट के डेटा को स्टोर करना और उसे पूरी दुनिया में इंटरनेट के उपर डिलीवर करना वेब होस्टिंग का मेन काम होता है। होस्टिंग कई तरह की हो सकती है जिसमें से कुछ महत्वपूर्ण टाइप इस प्रकार है-
A. शेयर्ड होस्टिंग (Shared Hosting)
होस्टिंग सर्वर पर होती है जो एक खास तरह का कंप्युटर होता है और वेबसाइट का डाटा स्टोर करने और उसे लोगो तक पहुंचाने के लिए बनाया गया होता है।
शेयर्ड होस्टिंग मतलब एक ही सर्वर कंप्युटर पर एक से ज्यादा वेबसाइट्स के डेटा को स्टोर करना। इसमें एक वेबसाइट के लिए fix resources नहीं होते हैं यानि अगर एक वेबसाइट में ज्यादा लोग आ जाते हैं तो दूसरे वेबसाइट में चाहे काम लोग क्यूँ नया हो तो वह भी down हो सकती है।
यह नई वेबसाइट्स के लिए काफी अच्छी होती है। सस्ती होती है, स्टोरेज क्षमता कम होती है।
यह होस्टिंग करीब 1 लाख लोगों को एक महीने में झेल सकती है।
B. VPS होस्टिंग (Virtual Private Servers)
वीपीएस होस्टिंग में भी एक सर्वर पर एक से ज्यादा वेबसाइटों का डाटा रखा जाता है। हालांकि इसमें हर वेबसाइट के लिए एक निर्धारित Quota डिसाइड होता है। उदाहरण के लिए- 1GB RAM और 10 GB Memory का अगर कोटा निर्धारित है तो वह कोटा उस वेबसाइट को जरूर मिलेगा। साथ वाली साइटें उसके resources उपयोग नहीं कर सकती हैं।
वर्चुअल प्राइवसी सर्वर medium size वेबसाइटों के लिए अच्छी होती है। इसकी स्टॉरिज क्षमता ठीक-ठाक होती है।
यह दिन का 20,000 और महीने का 6 लाख विजिटर्स हैन्डल कर सकती है।
Know More – About Hostinger VPS Plans!
C. डेडकैटेड होस्टिंग (Dedicated Hosting)

एक सर्वर पर सिर्फ एक वेबसाइट का डेटा रखने को ही “डेडकैटेड होस्टिंग” कहते हैं। यह उन वेबसाईटों के लिए अच्छी होती है जिनमें हजारों लोग हर दिन आते हैं।
इसमें ज्यादा memory, bandwidth होती है और यह करीब 10 लाख लोगों को एक दिन में झेल सकती है।
यह काफी महंगी होती है और business, enterprises के लिए होती है।
D. मेनेज़्ड होस्टिंग (Managed Hosting)
मैनेज़्ड होस्टिंग किसी एक खास प्लेटफॉर्म को ध्यान में रखकर बनाई गई होती है।
(i) WordPress Managed Hosting-
वर्डप्रेस पर वेबसाइट बनाने के लिए वर्डप्रेस मैनेज होस्टिंग सबसे best होती है। इसमें एक क्लिक में आप वर्डप्रेस CMS सॉफ्टवेयर को आप अपने होस्टिंग सर्वर पर इंस्टॉल कर सकते हैं।
हम Sochokuchnaya पर इसी होस्टिंग का इस्तेमाल करते हैं, आप भी यहाँ जाकर यह होस्टिंग ले सकते हैं – बेस्ट वेब होस्टिंग देखे..
नोट- आप हमारे लिंक से खरीदेंगे तो हमें थोड़ा कमीशन मिलेगा!
(ii) e-Commerce Managed Hosting-
ऑनलाइन खरीदने बेचने के लिए एक E-COMMERCE साइट की जरूरत पड़ती है। और ई-कॉमर्स साइट बनाने के लिए होस्टिंग की। ई-कॉमर्स साइट बनाने के लिए एक पोपुलर प्लेटफॉर्म है- Shopify.
E. क्लाउड होस्टिंग (Cloud Hosting)
आजकल जहां देखो, वहाँ क्लाउड।
मेरा मतलब मॉनसून से नहीं क्लाउड होस्टिंग से है मित्रों!
क्लाउड होस्टिंग Pay As You Go मोडल पर काम करती है। यानि आप जितना Memory, RAM आदि उपयोग करेंगे उतना बिल देना होगा। Very Simple!
क्लाउड होस्टिंग यानि Cyber Cafe, जितनी देर रुकोगी और जितना कंप्युटर यूज करोगे, उतना चार्ज लगेगा। क्लाउड होस्टिंग आजकल बहुत ज्यादा पोपुलर है और बड़ी-बड़ी कॉम्पनियाँ जैसे- Netflix, Facebook, Twitter भी इसका इस्तेमाल करती हैं।
क्लाउड होस्टिंग प्रोवाइडर्स- Google Cloud, Microsoft Azure, and Amazon Web Services (AWS)
फ़ेसबुक AWS यूज करता है यानि आप जो फोटो facebook पर शेयर करते हैं वो ऐमज़ान के डाटा सेंटर में स्टोर होती है। वाह!! @ayushpandey @praveenrangar
F. RESELLER HOSTING
सोचिए आप होस्टिंग इसलिए खरीद पा रहे हैं, ताकि आप उसे दूसरों को बेच सकें और अपना commission कमा सकें। इसे ही कहते हैं Resellers’ Hosting.
जिस बिजनेस मॉडल पर Meesho बेस्ड है उसी मोडल पर रीसेलर्स होस्टिंग भी काम करता है।
G. FREE Hosting
आपने मजे-मजे में एक वेबसाइट बनाई, अब इसे आप इंटरनेट पर डालना चाहते हैं लेकिन बिना खर्च किया। फ्री होस्टिंग आपकी मदद करेगी।
यह रही एक फ्री वेब होस्टिंग साइट – होस्टिंगर फ्री वेब होस्टिंग।
नोट- सीरियस वेबसाइट ओनर इसका उपयोग करने से बचें।
📣 नए वर्डप्रेस वेबसाइट की होस्टिंग-डोमेन मुफ़्त सेटअप के लिए हमें संपर्क करें! (It’s trully free, I swear!)
4. वेब होस्टिंग से जुड़े कुछ शब्द (Web Hosting Basic Terms):
होस्टिंग से संबंधित कुछ शब्द और उसके अर्थ।
1. डाटाबेस (Database Server)
डेटाबेस सर्वर का एक टाइप है जहां पर आपकी वेबसाइट का डाटा सेव होता है। होस्टिंग में आपको डेटाबेस सर्वर भी मिलते हैं, जो ज्यादातर mySQL नामक सॉफ्टवेयर पर चलते हैं। यहाँ पर आपकी पोस्ट, पेज, इमेज जैसा डाटा table-row की फॉर्म में स्टोर होता है।
2. डिस्क स्पेस (Disk Space)
जब हम फोन या कंप्युटर खरीदते हैं तो हम देखते हैं की उसका Internal Storage कितना है। होस्टिंग खरीदना एक कंप्युटर को रेंट पर लेने जैसा है। यहाँ पर भी आप चेक करेंगे कि आपके सर्वर की स्टॉरिज क्षमता कितना है। शुरुआत में 100 GB Bandwidth काफी है।
3. बैंडविड्थ (Bandwidth)
बैंडविड्थ यानि नेटवर्क की चौड़ाई। अर्थात एक ही समय में कितना डाटा आपके सर्वर होस्टिंग से आपकी साइट पर आने वाले users को पहुंचाया जा सकता है।
सरल शब्दों में कहें, तो एक समय में कितने लोग आपकी वेबसाइट पर आए और आपकी वेबसाइट चलती रहे (down ना हो) यही bandwidth decide करती है।
इसे आप RAM जैसा मान सकते हैं की जितनी ज्यादा RAM होगी उतना काम आपका डिवाइस hang करेगा!!
यह 100% हो तो अच्छा रहेगा। होस्टिंगर भी आपको 100% bandwidth प्रदान करता है।
4. Website Uptimes
आपकी वेबसाइट कितने समय तक सही से चलती रहेगी। यही uptime है। यह 99.99% हो तो अच्छा रहेगा।
5. SSL Certificate
पुराने जमाने की वेबसाइटों (http) पर Data जब नेटवर्क से होकर गुजरता था तो hackers उसे चुरा लेते थे।
इससे सुरक्षा के लिए https की शुरुआत हुई। अपनी वेबसाइट को सुरक्षित बनाने के लिए SSL Certificate की जरूरत पड़ेगी।
कई होस्टिंग प्रदाता इसे मुफ़्त में देते हैं। जैसे कि होस्टिंगर। जो नहीं देते हैं तो फिर आपको अलग से खरीदना होता है- eg. from Cloudflare
6. Control Panel (cPanel)
कंट्रोल पैनल होस्टिंग का डैश्बोर्ड होता है जहां से आप अपनी होस्टिंग को पूरी तरह से कंट्रोल करते हैं। वेबसाइट जोड़ते हैं, files में बदलाव करते हैं।
इसे अक्सर सी-पैनल कहा जाता है हालांकि होस्टिंगर में इसे hPanel के नाम से जानते हैं।
7. डाटा बैकअप (Backup)
हैकर्स अगर हमला करते हैं और आपकी वेबसाइट का डाटा डिलीट कर देते हैं, इस स्थिति में backup आपका साथ देगा।
होस्टिंग प्रवाइडर अक्सर खुद ही डाटा बैकअप लेते हैं इसकी अवधि weekly या monthly हो सकती है।
8. डाटा माइग्रैशन (Data Migration)
आपने एक होस्टिंग ली। अब आप उसे इस्तेमाल नहीं करना चाहते बल्कि दूसरी कंपनी की होस्टिंग में अपनी वेबसाइट को ले जाना चाहते हैं।
इस स्थिति में आपको Migration करना होगा। जो की थोड़ी टेक्निकल प्रोसेस है। Mail me to help you with this – navin@sochokuchnaya.com
9. Domain Name Server (DNS)
अगर आपकी होस्टिंग के साथ डोमेन भी है तो आप DNS सेक्शन से डोमेन की सारी चीजों को control कर सकते हैं। TXT, A जेसे records जोड़ सकते हैं।
अधिक जानें – डोमेन नाम – Domain Name Meaning in Hindi
10. फ़ाइल ट्रैन्स्फर प्रोटोकॉल (FTP)
होस्टिंग में जब हम अपने खुद के लिखे कोड को डालना चाहते हैं तो इसके लिए हम FTP प्रोटोकॉल का उपयोग करते हैं। यह वर्डप्रेस में डाटा माइग्रैशन के वक्त भी इस्तेमाल होता है।
जिस तरह से https सर्वर से फाइल्स को लाने (download) का protocol है उसे तरह से ftp सर्वर में फाइल्स को डालने (upload) का प्रोटोकॉल है।
अधिक जानें – FTP क्या होता है और कैसे काम करता है? फुल फॉर्म, प्रकार (What is FTP in Hindi)
11. आईपी अड्रेस (Internet Protocol Address)
जिस तरह से आपके कंप्यूटर या मोबाइल का एक आईपी एड्रेस होता है,
उसी तरह से आपके होस्टिंग सर्वर का भी एक IP एड्रेस होता है जिससे आप अपने होस्टिंग सर्वर को एक्सेस कर पाते हैं।
उसमें फाइलें डाल पाते हैं और उससे फ़ाइलों को डाउनलोड कर पाते हैं।
अधिक जानें – आईपी अड्रेस क्या होता है? (IP Address Meaning in Hindi)
5. होस्टिंग खरीदने के टिप्स (Hosting Buying Tips):
अच्छी होस्टिंग खरीदना वेबसाइट को सही से चलाने के लिए बहुत जरूरी है। ये हैं बेस्ट होस्टिंग चुनने के कुछ टिप्स-
- Pricing- सबसे बेस्ट होस्टिंग वही है जो आपके price में आ जाए, पहली बात।
- Customer Reviews – दूसरा, इससे पहले कि आप होस्टिंग Provider को अपना Debit या Credit कार्ड सौंपे यह जरूर देख लें उनके existing ग्राहकों के अनुभव कैसे हैं- TrustPilot, etc के थ्रू।
- Bandwidth and Storage- तीसरी और सबसे जरूरी बात, वो कितना स्टॉरिज और बैंडविड्थ आपको दे रहे हैं। Bandwidth याद है ना..? भूल गए हो तो ऊपर जाके देख लो।
- Flexibility- वेब होस्टिंग flexible होनी चाहिए यानि कल से दिन आपको कहीं और शिफ्ट करना पड़े तो कठिनाई नया हो
- Scalability- और स्केलेबिलिटी बोले तो कल के दिन वेबसाइट बड़ी हो जाएगी तो उसको होस्टिंग भी तो बड़ा माँगता है रे बाबा! तो प्लान आप upgrade कर सको आसानी से।
- Technology Supported- अभी मैं कुछ दिन पहले अपना खुद का कोड करके एक वेबसाइट बनाया तो मैंने चेक किया कि वो मेरे hosting plan में पड़ेगा की नहीं, तो वो नहीं पड़ा! क्योंकि मेरा होस्टिंग ReactJs को सपोर्ट नहीं करता है। इसके लिए मेरे को VPS होस्टिंग लेना पड़ा! मै तो नहीं चल पाया, आप जरूर future का सोच कर चलें।
- Customer Support – होस्टिंग के फीचर्स के साथ ही उनका customer support भी अच्छा हो तो बहुत अच्छा रहेगा। वरना शुरुआत में कई बार साइट में कुछ गड़बड़ हो जाती है और थोड़ी-देर के लिए हमारे आँसू निकल आते हैं, और मुहँ से निकल पड़ता है..

6. बेस्ट वेब होस्टिंग प्रवाइडर (Best Hosting Providers in India)
आजकल बहुत सारे होस्टिंग प्रवाइडर काफी अच्छी सर्विस provide करते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं-
A) होस्टिंगर (HOSTINGER)
होस्टिंगर हम सबका favourite है और मैं यह सब इसलिए नहीं लिख रहा हूँ कि उन्होंने मुझे पैसे दिए हैं (दिए तो नहीं हैं लेकिन यदि आप मेरे लिंक से होस्टिंग खरीदते हैं तो शायद मुझे मिल जाएंगे), बल्कि यह सच मे जबरदस्त है। मैं सोचोकुछनया पर इसे पिछले 3 साल से उपयोग कर रहा हूँ और आज तक मेरी साइट कभी-भी down नहीं हुई और इसका customer support मेरे देखने में आज तक का सबसे बेहतरीन कस्टमर सपोर्ट है।

मुझे जस्ट अभी पता चला है की Hostinger पूरी तरह से एक Employee Owned कंपनी है यानि इसके Employees को सैलरी नहीं Share मिलते हैं। आज मुझे पता चला कि यह इतनी शानदार सेवाएं इतने सस्ते दामों में कैसे प्रदान करती है। वाह Hostinger वाह! आप भी जानें।
B) गोडैडी होस्टिंग (Godaddy Hosting)
कई लोगों को लगता है और कभी मुझे भी लगता था कि Godaddy सिर्फ domain registrar है, हालांकि ऐसा नहीं है। वह होस्टिंग के अलावा email और SSL जैसी दसियों चीजें बेचते हैं। और होस्टिंग भी उनका काफी पोपुलर सर्विस है। उनके प्लांस hostinger के मुकाबले महंगे होते हैं हालांकि service इनकी भी काफी बेहतर है।
C) ब्लूहोस्ट (BlueHost)
होस्टिंगर के आने से पहले भारत में bluehost काफी चलता था। आज भी लाखों लोग इसे use करते हैं। यह काफी premium hosting प्रदान करता है और इसके tools और technology काफी advanced है। हालांकि plans थोड़े-से ज्यादा महंगे है लेकिन उसके मुकाबले service काफी बेहतर है।
D) ड्रीमहोस्ट (DreamHost)
ब्लूहोस्ट की तरह ही ड्रीमहोस्ट भी आपकी इंटरनेट यात्रा के सपने को पूरा कर सकती है हालांकि थोड़े-से महंगे दामों में।
E) होस्टगेटर (HostGator)
यह एक अमेरिका Hosting Provider है जो आपको Shared, Reseller, VPS और Dedicated Hosting प्रदान करती है।
7. होस्टिंग से जुड़े प्रश्न और उनके उत्तर (Web Hosting FAQs):
ये कुछ प्रश्न और उनके उत्तर हैं जो आप में से शायद कुछ लोग वेबसाइट होस्टिंग के विषय में जानना चाहते होंगे।
1) होस्टिंग और डोमेन में क्या अंतर होता है? (Web Hosting vs Domain Name)
डोमेन आपकी वेबसाइट का नाम होता है जो लोगों को दिखता है। जैसे आप google.com पर जाते हैं तो google.com उसका डोमेन हो गया।
होस्टिंग यानि जहां पर उस वेबसाइट का डेटा स्टोर किया हुआ है।
होस्टिंग यानि आपका शरीर मान लीजिए और Domain name को अपना नाम।
कोई आपका नाम लेकर बुलाता है तो आता आपका शरीर है। ठीक उसे तरह आप डोमेन नेम लिखते हैं तो आता वेबसाइट का शरीर(यानि उसका data) है।
2) लिनक्स होस्टिंग या विंडोज़ (Linux vs Windows Hosting)
हमने समझा, होस्टिंग सर्वर भी एक तरह का कंप्युटर होता है। अब कंप्युटर है तो Operating System यानि Windows या Linux तो होगा ही।
तो कई होस्टिंग PROVIDERS, खासकर Cloud Providers, आपको विकल्प देते हैं की आप कॉन-सा OS अपने होस्टिंग कंप्युटर में इंस्टॉल करना चाहते हैं, तो बेहतर रहेगा की आप Linux चुनें। क्योंकि पहली बार तो यह Open Source और free है और दूसरा, यह पोपुलर होने के साथ-ही-साथ Flexible भी है यानि आपको बहुत सारी चीजें करने की आजादी देता है।
उम्मीद है वेबसाइट होस्टिंग पर यह लेख आपको पसंद आया होता। लेख में कोई सुधार या सुझाव हो, तो navin@sochokuchnaya.com पर आमंत्रित हैं।
best jankari diye ho bro
thankyou rakesh.