SSD क्या है? प्रकार और कार्य पूरी जानकारी (What is SSD in Hindi)

SSD क्या है (What is SSD)

SSD यानि Solid-State-Device (सॉलिड-स्टेट-ड्राइव) एक प्रकार की कंप्युटर स्टोरेज डिवाइस होता है, जिसमें आप अपने डेटा को सुरक्षित रूप से रखते हैं।

SSD में सब कुछ एक solid-state (स्थिर अवस्था) में होता है यानि SSD के अंदर कोई भी मकैनिकल मूवमेंट नहीं होती है उसके सारे अंदरूनी हिस्से स्थिर रहकर काम करते हैं इसीलिए इसका नाम Solid-State-Device रखा गया है।

जब कभी आप अपने कंप्युटर को ऑन करते हैं हैं तो SSD की मदद से डेटा जल्दी से लोड होता है जिससे आपका कंप्युटर इस्तेमाल के लिए तुरंत तैयार हो जाता है।

SSD से आप फाइल्स को तेजी से ट्रांसफर कर सकते हो और यह आपके कंप्युटर को भी गति प्रदान करता है।

यह हार्ड डिस्क से तेज, सरल, सुचारु और भरोसेमंद एक स्टोरेज डिवाइस है। इसे आप आधुनिक Hard Disk भी मान सकते हैं।

विकिपीडिया SSD को इस तरह परिभाषित करता है:

एक सॉलिड-स्टेट ड्राइव (SSD) स्टोरेज डिवाइस है, जो डेटा को दृढ़ (persistant) स्टोर करने के लिए इंटीग्रेटेड सर्किट असेंबलियों का उपयोग करता है। 

SSD की परिभाषा (Definition of SSD)

Solid-State-Drive (SSD) एक प्रकार का स्टोरेज डिवाइस है जो कंप्युटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में डेटा को स्टोर और एक्सेस करने के लिए उपयोग किया जाता है।

SSD का चित्र (Diagram of SSD)

SSD का इतिहास (History of SSD)

SSD का प्रारंभ 1950 में हुआ जब सेमिकन्डक्टर (semiconductor) डिवाइस develop किये गए थे। लेकिन SSD जो आप आज जानते हैं उनकी शुरुआत 1980 से 1990 के बीच में हुई।

शुरुआती दिनों में SSD का इस्तेमाल केवल विशेष कार्यों के लिए ही होता था जैसे- सेना और एयरोस्पेस ऐप्लकैशन्स में ।

वर्ष 2000 से इसे आम लोगों के लिए मार्केट में उतार गया लेकिन महंगा होने के कारण इसे केवल high-end कंप्युटर और लैपटॉप्स में ही इस्तेमाल किया जाता था।

जैसे जैसे समय बीतता गया इनकी कीमतों में भी गिरावट आने लगी और आजकल तो आम लोग भी इनका इस्तेमाल करते हैं और कई डेस्कटॉप और लैपटॉप्स में तो यह डिफॉल्ट स्टोरेज के रूप में आता है।

SSD कैसे काम करता है (How SSD Works)

SSD में डेटा इलेक्ट्रॉनिक चिप्स में स्टोर होता है। हर एक चिप कई सेल्स (cells) से मिलकर बनी होती है।

सेल्स में डेटा बिट्स (0 और 1) के रूप में स्टोर होता है जब आप डेटा लिखते हैं तो सेल्स, चिप्स पर इलेक्ट्रॉनिक चार्जेस में चेंज करते हैं।

जब आप डेटा पढ़ते हैं, तो सेल्स, चार्जेस को डिटेक्ट करते हैं और डेटा को दिखाते हैं।

SSD का यह प्रोसेस हार्ड डिस्क ड्राइव से बिल्कुल अलग होता है, क्योंकि हार्ड डिस्क में डेटा एक घूमती हुई डिस्क पर मैग्नेटिक ट्रैक्स पर स्टोर होता है।

SSD में कोई डिस्क नहीं होती, इसलिए वो ज़्यादा तेज़ और सरल होता है। SSD में डेटा को जल्दी एक्सेस किया जा सकता है, जिसके आपके कंप्यूटर और डिवाइस तेजी से और सुचारू रूप से काम करते हैं।

जानें हार्ड डिस्क कैसे काम करता है?

SSD के प्रकार (Types of SSD)

SSD के दो प्रमुख प्रकार होते हैं-

  1. SATA SSD (साटा एसएसडी)
  2. NVMe SSD (एनवीएमइ एसएसडी)

1. SATA SSD (Serial Advanced Technology Attachment)

यह एक प्रकार का SSD है जो आपके कंप्युटर के मदरबोर्ड के साथ SATA (Serial Advanced Technology Attachment) केबल(cable) से जुड़ा होता है इसीलिए इसे SATA कहा जाता है।

SATA SSD का इस्तेमाल आमतौर पर डेस्कटॉप और लैपटॉप में किया जाता है और इसकी स्पीड लगभग 570 MB प्रति सेकंड तक हो सकती है।

इसे सबसे पुराना SSD माना जाता है और यह अन्य SSD के मुकाबले काफी सस्ता भी होता है।

2. NVMe (Nonvolatile Memory Express)

NVMe SSD एक आधुनिक और नया SSD है। इसमें NVMe (Non-Volatile Memory Express) टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल होता है इसीलिए इसे NVMe SSD कहते हैं। और यह अन्य SSD से काफी Fast भी होता है।

यह आपके कंप्युटर की सभी परफॉरमेंस को तेज करता है, खासकर जब आप बड़ी फाइल्स को जल्दी एक्सेस करन चाहते हैं।

NVMe SSD का इस्तेमाल ज्यादातर गेमिंग लैपटॉप्स और हाई-एंड डेस्कटॉप्स में किया जाता है इसकी स्पीड लगभग 2600 MB प्रति सेकंड तक हो सकती है।

SSD के कार्य (Functions of SSD)

SSD का प्रमुख कार्य हार्ड डिस्क की तरह डेटा को स्टोर करना होता है।

जब आप अपने कंप्युटर में कुछ देखते हैं, लिखते हैं या पढ़ते हैं तब SSD डेटा को बहुत तेजी से एक्सेस करता है। साधारण भाषा में कहूं तो ये आपके किसी सॉफ्टवेयर, ऐप या डॉक्यूमेंट को जल्दी से खोलता है।

कंप्युटर के ऑपरेटिंग सिस्टम भी SSD पर इंस्टॉल किये जाते हैं ताकि कंप्युटर के स्टार्टअप टाइम में सुधर हो और कंप्युटर तेजी से खुले।

SSD में डेटा को सुरक्षित रखा जाता है। इसमें डेटा को माग्नेटिक डिस्क की बजे इलेक्ट्रॉनिक चिप में रखा जाता है ताकि डेटा के टूटने की संभावनाओं को कम किया ज सके।

SSD में कनेक्टर (Type of SSD Connector)

SSD कनेक्टर मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं-

  1. M2 Connector (एम2 कनेक्टर): M2 Connector का इस्तेमाल करके SSD की स्पीड को बढ़ाया जाता है।
  2. PCIe Connector (पीसीआईई  कनेक्टर): PCIe Connector के द्वारा SSD की Bandwidth को बढ़ाया जाता है।

SSD के फायदे (Advantages of SSD)

SSD के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं-

  • SSD डेटा को स्टोर और एक्सेस बहुत तेजी से करता है।
  • SSD कम बैटरी पावर का उपयोग करते हैं जिससे बिजली की बचत होती है।
  • इसमें कोई भारी पार्ट्स नहीं होते जिससे इसके गिरकर टूटने का डर नहीं रहता है।
  • यह काम करते समय कोई आवाज नहीं करता है।
  • यह आपके डिवाइस को हल्का और इधर उधर ले जाने के योग्य बनाता है।
  • इसमें आपका डेटा पूर्ण रूप से सुरक्षित रहता है।

SSD के नुकसान (Disadvantages of SSD)

SSD के कुछ प्रमुख नुकसान निम्नलिखित हैं-

  • SSD महंगी होती है तो एक साधारण कंप्युटर के लिए ये योग्य नहीं है।
  • महंगी होने के बावजूद यह कम स्टोरेज प्रदान करता है।
  • SSD में कभी कभी डेटा के खोने का खतरा भी होता है।
  • बार बार डेटा को स्टोर और एक्सेस करने से इसका जीवनकाल कम होता है।

SSD और HDD में अंतर (Difference Between SSD and HDD)

SSD (Solid State Drive) और HDD (Hard Disk Drive) दोनों डिवाइस कंप्युटर में डेटा स्टोर करने के लिए उपयोग किये जाते हैं लेकिन इनमें कुछ अंतर है जो निम्नलिखित है-

SSD HDD
1. SSD काम करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक चिप्स का इस्तेमाल करता है। HDD काम करने के लिए एक डिस्क का इस्तेमाल करता है।
2. SSD की डेटा एक्सेस और स्टोर करने की स्पीड बहुत तेज होती होती है। SSD की तुलना में HDD की स्पीड काफी कम होती है।
3. यह डेटा तक पहुँचने की latency को कम करते हैं। ये उस latency को बढ़ाता है।
4. SSD में कोई मैकेनिकल पार्ट्स नहीं होते इसीलिए वह आवाज नहीं करता। HDD के अंदर डिस्क घूमती है जिससे कि वह थोड़ा आवाज करता है
5. आज के समय में SSD की कीमत काफी ज्यादा है। SSD की तुलना में HDD बहुत सस्ते होते हैं।
6. यह ज्यादा कीमत पर कम स्टोरेज देते हैं। यह कम कीमत पर ज्यादा स्टोरेज प्रदान करते हैं।
7. SSD एक लंबे समय तक चलने वाला यंत्र है। HDD का जीवनकाल कम होता है।
8. महंगी होने के कारण SSD की स्टोरेज क्षमता को कम रखा जाता है। आमतौर पर HDD की स्टोरेज क्षमता ज्यादा होती है।

SSD के बारे में पूछे जाने वाले सामान्य सवाल

कैसे पता करें कि आपके कंप्यूटर में HDD है या SSD?

1. सबसे पहले Windows + R प्रेस करें।
2. सर्च बार खुल जाने के बाद उसमें dfrgui सर्च करें. फिर Media Type वाले कॉलम में देखकर आप पता कर सकते हैं कि आपके PC में हार्ड डिस्क है या SSD.

SSD का पूरा नाम क्या है?

SSD का पूरा नाम Solid-State-Device (सॉलिड-स्टेट-ड्राइव) होता है।

लैपटॉप में एसएसडी क्या होता है?

लैपटॉप में SSD एक स्टोरगे डिवाइस है जहाँ आपका डेटा स्टोर होता है।

कौन सा लैपटॉप अच्छा है SSD या HDD?

SSD ज्यादा तेज और सुरक्षित होता है।

इन्हें पढ़ें-

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.