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अपनी वेबसाइट को गूगल और अन्य सर्च इंजनों में अच्छी पोजीशन पर rank करवाने के लिए हमें उसका SEO करना होता है। अगर हम अपनी साइट या फिर ब्लॉग का SEO अच्छी तरह करते हैं तो गूगल की नज़रों में हमारी वेबसाइट लोगों के लिए useful हो जाती है और इस तरह वह हमारी साइट को अपने सर्च में अच्छी position पर दिखाता है जिससे हमारी साइट का traffic बढ़ता है और वह popular हो जाती है।
इस पोस्ट में हम जिस SEO के type के बारे में बात करने जा रहे हैं, वह है- On Page SEO. तो चलिए जानते हैं कि ऑन पेज Seo क्या है और आप अपनी साइट का ऑन पेज एस.ई.ओ किस तरह से कर सकते हैं-
ऑन पेज एसईओ क्या होता है/What is On Page SEO in Hindi
1. On Page SEO क्या है?
ऑन पेज SEO उन सारी तकनीकों का combination है जिन्हें हम अपनी पोस्ट लिखते वक्त लागू करते हैं, ताकि हमारी पोस्ट गूगल में ऊपर रैंक करे.
जैसे कि, जो हम अपनी पोस्ट में keywords शामिल करते हैं या फिर अपनी पोस्ट में internal linking करते हैं ये सभी चीजें On Page SEO के under में आता है, क्योंकि इन्हें हम तब करते हैं जब हम पोस्ट लिख रहे होते हैं।
On the flip side, ऑफ पेज SEO को हम post publish हो जाने के बाद करते हैं। जैसे- पोस्ट को SocialWeb पे शेयर करना और उसके लिए backlinks बनाना.. ये कुछ चीजें हैं जो Off Page SEO के अंतर्गत आती हैं।
आप इनका मतलब इनके नाम से ही पता लगा सकते हैं। On Page यानि जो SEO page या post पर होता है। जबकि Off Page यानि जो SEO Page के बाहर किया जाता है।
2. ऑन पेज एस.ई.ओ के अंतर्गत आने वाली चीजें (On Page SEO Factors):
- Keywords- कीवर्ड्स से संबंधित सारी चीजें On Page SEO के under में आती है। पोस्ट के शीर्षक, headings और subheadings के अलावा content में भी हमें सही keywords का प्रयोग करना चाहिए।
- Internal Linking- पोस्ट के बीच में अपनी ही साइट की अन्य पोस्टों का link देने को इन्टर्नल (आंतरिक) लिंकिंग कहते हैं। Internal Linking भी On Page SEO के अंतर्गत ही आती है।
- Content- आप किस तरह का कंटेन्ट लिखते हैं इससे भी आपकी साइट का on page seo गहराई से प्रभावित होता है। जितना अच्छा आपका content होगा उतना ही आपकी साइट का ऑन पेज एसईओ naturally अच्छा हो जाएगा।
- Outbound (External) Links- आप अपनी पोस्ट में कैसी साइटों के link शामिल करते हैं इससे भी आपकी साइट का SEO प्रभावित होता है। अगर हम अच्छी साइटों का link अपनी पोस्ट में देते हैं तो हमारी साइट का SEO slightly सुधार जाता है।
- URL Structure- आपकी साइट का यूआरएल किस तरह से लिखा गया है इससे भी आपकी साइट के ऑन पेज एसईओ पर फरक पड़ता है।उदाहरण के लिए, अगर आप ‘ऑन पेज seo क्या है?’ पर पोस्ट लिख रहे हैं और आपकी पोस्ट का यूआरएल ‘https://yoursite.com/blog-post1.html’ है तो यह seo friendly url नहीं है। इसके बजाय अगर आप अपनी पोस्ट का यूआरएल ‘https://yoursite.com/on-page-seo-kya-hai.html’ तो यह एक seo friendly url है। इससे आपकी साइट की गूगल rankings में बढ़ोतरी होती है।
- Site Speed- आपकी साइट की speed जितनी ज्यादा होगी यानि कि आपकी साइट जितने जल्दी खुलेगी उतना ही अच्छा आपकी साइट का on page seo होगा।
- Responsiveness- अगर आपकी साइट अलग-अलग devices (मोबाइल, कंप्यूटर और टैबलेट) के हिसाब से खुद को ढाल लेती है तो इससे आपकी साइट के गूगल में रैंक करने के आसार बढ़ जाते हैं।
- Images- आप अपनी पोस्ट में तस्वीरों का किस तरह इस्तेमाल करते हैं इससे भी आपकी साइट का seo प्रभावित होता है। इसलिए अपने ब्लॉग का इमेज एसईओ (Image SEO) जरूर करें।
- Videos- आपके द्वारा अपनी पोस्ट में शामिल की गई video files आपकी साइट की गूगल रैंकिंग को सुधारने में मददगार साबित हो सकती हैं।
- Meta Description- पोस्ट के मेटा डिसक्रिप्शन को आप किस तरह लिखते हैं इससे भी indirectly आपकी वेबसाइट पर प्रभाव पड़ता है। क्योंकि लोग कई बार टाइटल के साथ meta description पढ़कर भी पोस्ट पर click करते हैं।
- Content Updation- गूगल ताज़ा कंटेन्ट पसंद करता है। वह चाहता है कि लोगों को जितना हो सके उतना fresh content परोसा जाए। इसलिए हमें अपनी साइट के content को हर 6-7 महीने में (अगर हो सके तो) थोड़ा-थोड़ा update करना चाहिए। उसमें नए facts, नया data add कर सकते हैं और पुरानी और outdated चीजों को हमें हटा देना चाहिए।
3. साइट के लिए ऑन पेज एसईओ क्यों जरूरी है? (Importance of On Page SEO):
4. ऑन पेज एसईओ की तकनीकें (On Page SEO best techniques/practices):
- Keyword in Title- टाइटल यानि पोस्ट के शीर्षक में अपना main keyword शामिल करने से rankings में बहुत फायदा होता है।
- Keyword in Headings/Subheadings- अपनी पोस्ट की heading और subheadings में keyword को शामिल करने से पोस्ट के गूगल में rank करने की संभावना बढ़ जाती है।
- Keyword in URL- पोस्ट के यूआरएल में कीवर्ड सम्मिलित करने से पोस्ट के गूगल में अच्छी position पर रैंक करने की क्षमता बढ़ जाती है।
- Keyword Density- पोस्ट में आपको पर्याप्त मात्रा में अपने keyword को लिखना चाहिए (लगभग 3% बार)। इससे आपकी पोस्ट का on page seo सुधारता है।
- Content Length (Word Count)- गूगल detailed posts को अधिक अहमियत देता है क्योंकि वे readers को किसी topic के बारे में पूरा in-depth knowledge देती हैं। इसलिए प्रयास करें कि आप detailed यानि ज्यादा शब्दों की पोस्टें लिखें। मगर बेमतलब शब्दों की संख्या में बढ़ोतरी करने से बचें।
- Use Natural Language- ध्यान रखिए, आपको पोस्ट लोगों के लिए लिखना है गूगल के लिए नहीं। इसलिए keywords को अपनी post में इस तरह से शामिल करें कि वे natural लगें। बेमतलब हर जगह keywords का प्रयोग ना करें। कीवर्डों की मात्रा से फरक नहीं पड़ता है, लेकिन आप उनका कब और किस जगह प्रयोग करते हैं इससे बहुत फर्क पड़ता है।
- Alt Tag in Image- ब्लॉग की तस्वीरों में alt tag लिखने से on page seo के प्रभाव में बढ़ोतरी होती है।
- Page Loading Speed- आपकी वेबसाइट का पेज जितनी जल्दी load होता है गूगल उतना ही अधिक आपकी website को सर्च रिजल्टों में प्राथमिकता देता है।
- Internal Linking- आप अपने पोस्ट में जितनी अच्छी तरह से आंतरिक लिंकिंग करते हैं उतना ही अधिक लाभ आपकी लिंक की जाने वाली पोस्टों को होता है।
- Meta Description- मेटा डिसक्रिप्शन का हालांकि हमारी ranking से कोई सीधा लेना-देना नहीं होता है लेकिन एक अच्छा मेटा डिसक्रिप्शन लोगों को SERPs में हमारी पोस्ट पर click करने के लिए लालयित करता है।
- Avoid Annoying Ads- अपनी साइट पर फालतू के परेशान करने वाले विज्ञापनों से जितना हो सके उतना बचने की कोशिश करनी चाहिए। फालतू के विज्ञापनों से हमारी साइट पर आने वाले visitors को परेशानी होती है और वे दोबारा हमारी साइट पर आने में झिझकते हैं।
- Redirects- हमें अपनी वेबसाइट के पेजों को redirect करने से जितना हो सके उतना बचने का प्रयास करना चाहिए। गूगल redirected pages को ज्यादा पसंद नहीं करता है।
- Readability- आपकी साइट पढ़ने में जितनी आसान हो, उतना ही बेहतर होगा। इसके लिए अपना text font appropriate रखें ताकि लोगों को आपके content को पढ़ने में दिक्कत न हो। इसके अलावा text के color पर भी ध्यान दें।
- Add Social Sharing Buttons- अपनी साइट पर social sharing buttons जोड़ देने से लोग उन्हें social sites पर शेयर करते हैं जिससे हमारी पोस्ट बहुत सारे लोगों तक पहुँचती है।
4. इसके बाद आपको पोस्ट लिखना शुरू कर देना है।
5. पहले (Intro) और आखिरी (Conclusion) के 100 शब्दों में अपने मुख्य keyword का प्रयोग करने से गूगल में अच्छी position पर रैंक करने की संभावना बहुत हद तक बढ़ जाती है। इसलिए कोशिश करें कि आप शुरुआत और आखिर में एक-दो बार keyword का प्रयोग जरूर करें।
6. इसके बाद आप अपनी पोस्ट की headings और subheadings में अपने keywords का प्रयोग जरूर करें। यह बहुत जरूरी है।
7. इसके अलावा जहां पर जरूरी हो आर्टिकल के बीच में आने वाले कम जरूरी कीवर्डों को bold, italic और underline भी करें। इससे आपकी पोस्ट छोटे-छोटे keywords पर भी rank करती है।
8. जब आप अपनी पोस्ट लिख दें तो उसमें संबंधित images और videos add करें। साथ ही साथ images में alt tag लिखना ना भूलें।
6. ऑन पेज SEO और ऑफ पेज SEO में क्या अंतर है?
7. On Page vs Off Page- कौन-सा बेहतर है?
8. ऑन पेज एस.ई.ओ टिप्स (On Page SEO Tips 2020):
- पोस्ट में अप्राकृतिक तरीके से keywords का इस्तेमाल न करें। स्वाभाविक रूप से keywords का प्रयोग करें।
- महत्वपूर्ण जगहों जैसे पोस्ट के title, url, heading और subheadings में keywords का प्रयोग जरूर करें।
- कम जरूरी keywords (जिन्हें कम लोग search करते हैं) को bold, italic या underline के द्वारा highlight करें। इससे आपका पोस्ट उन keywords पर भी गूगल में rank करने लगता है।
- मेटा डिसक्रिप्शन keywords ठूसने के लिए नहीं है। वह लोगों को सिर्फ इस बात की जानकारी देने के लिए है कि इस पोस्ट में वे किस चीज के बारे में जानने वाले हैं।
- अपनी पोस्ट में पर्याप्त मात्रा में photos और video media शामिल करना ना भूलें।
- तस्वीरों में alt tag जरूर लिखें। (ब्लॉगस्पॉट में आप पोस्ट में फोटो डालने के बाद उसपे double click करके जो options खुलते हैं उनमें से properties के ऑप्शन को choose करके alt tag लिख सकते हैं।
- Url में keywords का प्रयोग करें। यूआरएल को जितना हो सके उतना छोटा रखने की कोशिश करें।
- लंबी पोस्ट लिखने का प्रयास करें। गूगल लंबी पोस्टों को अधिक वरीयता देता है।
- पोस्ट की internal linking अच्छे से करें। इससे उस पोस्ट के साथ ही साथ अन्य पोस्टों को भी फायदा मिलता है।
- फालतू के ads ना लगाएँ।
9. ऑन पेज SEO कैसे चेक करें? (Free On Page SEO Checker):
साथ ही साथ आप अपनी साइट का SEO check करने के लिए आप विश्वप्रसिद्ध प्रसिद्ध डिजिटल मारकेटर Neil Patel के free seo tool ऊबरसजेस्ट (Ubersuggest) का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आप अपनी साइट का SEO check करने के लिए आप विश्वप्रसिद्ध प्रसिद्ध डिजिटल मारकेटर Neil Patel के free seo tool ऊबरसजेस्ट (Ubersuggest) का इस्तेमाल कर सकते हैं
दोस्तों on site seo हमारी वेबसाइट की सर्च इंजनों में अच्छी रैंकिंग के लिए बेहद ज्यादा जरूरी है। ऑन पेज seo सीधे-सीधे हमारी साइट के content के बारे में जानकारी देता है इसलिए हमें इस पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए।
तो दोस्तों यही था “ऑन पेज एस.ई.ओ के बारे में जानकारी/ Information about on page seo in hindi ” पर हमारी आज की पोस्ट। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें comment के माध्यम से जरूर बताएं और आपका कोई सवाल हो तो उसे भी जरूर पूछें। हमसे facebook पर जुड़ें ताकि आपको नई post की update मिलती रहे।
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