8 बातें– जो हर Entreprenuer फेसबुक कम्पनी की सफलता से सीख सकता है


आज की इस Competition से भरी दुनिया में जब भी कोई नई कंपनी launch है तो उसके लिए जल्दी से grow कर पाना बिल्कुल भी आसान नहीं होता. इसके अलावा उसके पहले 1-2 साल तो market को ही सही से समझने और अपनी Services को बेहतर बनाने में ही लग जाते हैं।

लेकिन हर कंपनी के साथ ऐसा हो ही हो, क्या यह जरूरी है?


जवाब सीधा सा है– “जरूरी नहीं!”


आज दुनिया की सफलतम Online Companies में से एक मानी जाने वाली Facebook Inc के मामले में भी कुछ ऐसा ही twist है।


फेसबुक के बारे में माना जाता है कि उसने अपने launch के पहले दिन ही 1000 लोगों को खुद से connect किया था दूसरे दिन भी और 1000 लोगों को और उसके तीसरे दिन के आंकड़े भी कुछ इसी तरह रहे.


कहते हैं कि फेसबुक ने खुद को दूसरी कंपनियों के मुकाबले बहुत तेजी से expand किया और सोशल मीडिया मार्केट पर अपना एकाधिकार (monopoly) कायम किया.


फेसबुक कंपनी कि इस सफलता के पीछे कुछ ऐसी खास बातें रही है कि जिन्हें As an Entrepreneur अगर हम अपने बिजनेस या स्टार्टअप या कहें खुद पर लागू कर दें तो सफलता की तरफ हमारे कदम और भी मजबूत हो सकते हैं. पेश है Facebook Inc से प्रेरित ऐसी ही 8 बातें– 


• फेसबुक कम्पनी से सीखी जाने वाली 8 बातें / 8 Professional Lessons can be learned from facebook inc in Hindi



1)• बस शुरू कर देना (Just Get Started):

 

ऊपर यह जो आप धुंधला-सा Screenshot देख रहे हैं, फेसबुक की launching के शुरुआती दिनों का है इस शॉट को देखकर क्या आप बता सकते हैं कि फेसबुक का Interface इतना Simple क्यों है? ज्यादातर दूसरी नई वेबसाइट या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जैसे इसका इंटरफ़ेस बहुत ज्यादा Attractive & Dynamic क्यों नहीं रखा गया?


क्या मार्क जकरबर्ग और उनके दोस्तों के पास इतनी अच्छी Programming Skills नहीं थी कि वे एक Solid Social WebPlatform तैयार (Design) कर पाते?


मैं आपको यहां पर बता दूं कि ऐसा कुछ भी नहीं था! इसके बजाय वो तो बहुत अच्छे Programmers थे और Coding में तो उनको बचपन से ही महारत हासिल थी.


उनके पास कमी थी तो सिर्फ एक चीज की और वह चीज थी– “समय (Time)”


गौरतलब है कि जिस दौर में दि फेसबुक (The Facebook) लॉन्च हुआ था उस दौर में नई नई कंपनियाँ Social Media Market को कब्जाने के लिए बाजार में उतर रही थी लेकिन उस समय तक कोई भी कंपनी इस Sector में कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी।


यही बात शायद मार्क जकरबर्ग और उनके साथी जान चुके थे। उन्होंने कुछ महीनों तक लगातार इस Project पर रात दिन काम किया और इसे Simple ही सही लेकिन complete करके 4 फरवरी 2004 को जल्दी से launch कर दिया.


शुरुआत में  thefacebook.com के डिजाइन को simple रखने के पीछे मार्क और उनकी टीम का मुख्य उद्देश्य Time बचाकर जल्दी से उसे लांच कर देना था क्योंकि वह जानते थे कि अभी इस field में ज्यादा competition नहीं है और आने वाले समय में और भी कंपनियों के आ जाने से competition जरूर बढ़ेगा और इस चीज का फायदा फेसबुक को मिला भी!


अनुमान बताते हैं कि अगर फेसबुक कुछ साल बाद शुरू हुआ होता तो तब शायद वह इतना सफल ना होता, जितना कि आज है क्योंकि 2005- 2006 तक ऑर्कट (Orcut) और My Space जैसे Social WebPlatforms मैदान में उतर चुके थे, जिससे इस field में कॉम्पीटिसन बहुत tough हो चुका था।



जल्दी शुरू हो जाने के कारण जिस तरह फेसबुक को अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में एक Head start मिला। तो क्या हमें भी अपनी सर्विसेस को जल्दी शुरू कर देने से एक Head-start मिल सकता है? क्या हम भी अपने Scope में Pioneer बन सकते हैं? ज़रा सोचिए..

2)• नए-नए प्रयोग करते रहना (Doing Experiments): 


फेसबुक के तेजी से अपने प्रतिद्वंद्वियों से बहुत आगे निकल जाने के सबसे बड़े कारणों में से एक कारण रहा है– “खुद को लगातार अपडेट करते रहना.”

फेसबुक कंपनी की एक खासियत रही है कि यह Experiment करने में कभी नहीं घबराती। 


उदाहरण के तौर पर– 2006 में जब फेसबुक में अपना News Feed section लॉन्च किया था (जिसे तैयार करने में भारतवंशी Software Engineer रुचि सांगवी का महत्वपूर्ण योगदान था), तब शुरुआत में ज्यादातर facebook users को यह update पसंद नहीं आया और उन्होंने इसका विरोध भी किया।



लेकिन शायद कंपनी को अपने एक्सपेरिमेंट पर काफी भरोसा था इसीलिए तो उन्होंने इसे बंद नहीं किया और आगे भी जारी रखा और किस्मत तो देखिए आगे चलकर यही Section FB के लिए सबसे ज्यादा Revenue create करने वाला Part बना जिससे आज भी फेसबुक सबसे ज्यादा पैसे कमाता है!


क्या आप जानते हैं कि गूगल की Google+ सर्विस इस साल 1 अप्रैल 2019 को बंद हो चुकी है और इसके बंद होने की घोषणा के सबसे बड़े कारणों में से एक कारण है– “इसका लोगों के अनुसार खुद को Update न कर पाना.”


इसलिए कभी भी Experiment करने से पीछे ना हटें क्या पता कौन सा Experiment हमारी पूरी जिंदगी बदल कर रख दे ।

3)• Long Term के लिए अच्छी टीम बनाना (Hiring Good Talent):


मार्क और उनके साथियों ने 15 साल पहले जब The Facebook को लांच किया था तो उन्होंने 4-5 साल काम करके उसे बेच कर करोड़ों कमाने का plan नहीं किया था जैसा कि ज्यादातर युवा Entreprenuers करते हैं बल्कि उन्होंने तो Long Term बिजनेस करने के लिए कंपनी बनाई थी।


लंबी दूरी तय करने के लिए किसी भी कंपनी को अच्छे लोगों से नजदीकी और निकम्मे लोगों से दूरी की जरूरत होती है यह बात मार्क अच्छी तरह से जानते थे तभी तो उन्होंने अपना पूरा focus अच्छे Talent को  HIRE करने में और निकम्मे लोगों को FIRE करने पर रखा।


इस मामले में Apple Inc के फाउंडर स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) का मिजाज भी कुछ ऐसा ही रहा है जिसे उनके इस quote के माध्यम से अच्छी तरह समझा जा सकता है– 

एक अच्छी कंपनी बनाने के लिए आपको Hire करने में और Fire करने में बराबर का उस्ताद होना चाहिए.

• हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एक Discussion के दौरान खुद मार्क ने यह बात स्वीकार की है-

 एक अच्छी टीम कंपनी को ऊपर उठाती है और एक खराब टीम कंपनी को कहीं का नहीं छोड़ती। इस बात पे एक अच्छे आंत्रप्रेन्योर को जरूर विचार करना चाहिए।

 

4)•  तेजी से आगे बढ़ना (Growth Hacking):

 
बिजनेस के field में किसी कंपनी के तेजी से आगे बढ़ने की रणनीति को “ग्रोथ हैकिंग (Growth Hacking)” कहा जाता है।



Growth को ही Hack कर लेना मतलब बहुत तेजी से आगे बढ़ना.

 

           
हर कम्पनी grow करना चाहती है मगर Growth को ही Hack कर पाना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। Growth Hacking के लिए एक कमाल की रणनीति (stretegy) की जरूरत होती है जिससे कि वह कंपनी जल्दी से लोगों के बीच Popular हो सके और fortunately फेसबुक के पास उस समय वह रणनीति मौजूद थी।

 

• फेसबुक की ग्रोथ हैकिंग रणनीति– द रैफरल सिस्टम (The Referral System)

 
फेसबुक ने बिना किसी विज्ञापन के जिस strategy से खुद को इतना पॉपुलर बनाया है वह है– “The Referral System”

 
आपको याद है कि जब आपने पहली बार Facebook ID बनाई थी तो उसमें आपको अपने ज्यादातर दोस्त और रिश्तेदार (जो फेसबुक पहले से ही मौजूद थे) दिख जाते थे.?


इसके अलावा आपकी Contact List में जिन लोगों का Facebook Account नहीं होता था उन्हें फेसबुक की तरफ से ID बनाने के लिए एक SMS या Email अपने आप ही चला जाता था।

 
आपको यह बात जानकर थोड़ी से हैरानी हो सकती है कि यही वह Growth Hacking Strategy (The Referral System) थी जिसने फेसबुक को इतना सफल बनाया।

 
फेसबुक ने करीब एक दशक पहले अपने यूजर्स की Contact List को Target करके जिस तरह से अपना Network बड़ा किया, उस तरह से आज के जमाने में possible नहीं है। क्योंकि उस जमाने में इंटरनेट की दुनिया में गिनी चुनी कंपनियां ही मौजूद थी लेकिन आज तो लाखों ऑनलाइन कंपनियां मौजूद है जिससे यूजर्स की Contact List सुरक्षा के लिहाज से पहले से ज्यादा private हो गई है और कोई भी कंपनी अपनी मर्जी से उसे access नहीं कर सकती है।

 
आज वक्त बदल चुका है इसलिए The Referral System आज ज्यादा effective नहीं है लेकिन आज भी कई सारी Growth Hacking Tactics मौजूद है जिनमें हम अपने Venture की growth exponentially बढ़ा सकते हैं जरूरत है तो बस उन्हें ढूंढ निकालने की.



 
 

 

5)• Business से ज़्यादा Services पर ध्यान देना (More focus on Services):

 
आपको यह बात जानकर काफी हैरानी हो सकती है कि शुरुआत के 3 सालों में The Facebook ने Ads से एक भी डॉलर नहीं कमाया था।



क्यों..?



क्या फेसबुक के पास Advertisers नहीं थे या फिर Advertisment देने वाली Companies को उस पर भरोसा नहीं था?

 
यहां पर आपको बता दें कि ऐसा कुछ भी नहीं था.

 
बल्कि इसके विपरीत तो एडवरटाइजर्स उनके Ads फेसबुक पर लगाने के लिए उसके पीछे पड़े थे लेकिन मार्क जुकरबर्ग ने उस वक्त उन्हें साफ मना कर दिया क्योंकि Mark & Co. जानती थी कि एक बार अगर User Network बन जाए तो एडवर्टाइजमेंट से अरबों कमाए जा सकते हैं इसलिए उन्होंने थोड़ा सा धैर्य रखा और उस समय एडवरटाइजर्स को अपनी priority न रखकर User Network और User Satisfaction को रखा.

 
और कुछ वक्त बाद जब फेसबुक काफी पॉपुलर हो चुका था तो सही वक्त को भांपकर अपनी लॉन्चिंग के करीब साढे 3 साल बाद November 2007 को फेसबुक ने आखिरकार अपना एडवर्टाइजमेंट सिस्टम फेसबुक ऐड्स (Facebook Ads) लॉन्च कर दिया। और फेसबुक इसी रणनीति का नतीजा है कि आज यह कंपनी ऑनलाइन दुनिया की चौथी सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली कंपनी बन चुकी है!

 
अगर हम थोड़ा अपने ऊपर सोचे तो क्या हम में से ज्यादातर लोग इसलिए असफल नहीं है क्योंकि हम अपने Business को अपने Users से ज्यादा ज्यादा ऊपर रखते हैं; लोगों के फायदे के बारे में कम सोचते हैं और अपने फायदे के बारे में ज़्यादा! कोई कोई Youtube Channel या Blog बनाते हैं तो अपना ज्यादातर ध्यान क्या पैसा कमाने पर नहीं रखते?
 
 
 पैसे को साइड में रखकर जरा सोचिए अगर हम long-term के लिए फेसबुक की User first, Business last वाली strategy अपनाएं तो हम क्या क्या कर सकते हैं..?







6)• User Experience बेहतर बनाना (Make User Experience Better):

 

कोई भी Online Platform चाहे वह कितनी भी अच्छी तरह से design किया गया हो अगर वह उसकी Users को पसंद नहीं आता तो वह किसी काम का नहीं होता।

• वो एक कहावत भी है ना– 

 

Customer is the KING!

 

और यही बात मार्क जकरबर्ग और उनकी कंपनी अच्छी तरह से जानती थी तभी तो उन्होंने फेसबुक के Design और Algorithm यानी नियमों को इस तरह रखा कि लोगों को उसे use करना किसी बोझ के जैसा ना लगे बल्कि उन्हें फेसबुक चलाने में मजा आए।

 
और आखिरकार हुआ भी यही!

 
फेसबुक ने शुरुआत में Ads को ना कहकर लोगों को एक असली से दिखने वाले सामाजिक नेटवर्क (Social Network) से जोड़ा। लोगों को उनके गली-मोहल्ले और गांव-शहर के दूसरे लोगों से Connect किया और उन्हें बात करने के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म provide किया; ऐसा प्लेटफॉर्म जिस पर लोग बिना किसी problem के घंटों तक एक-दूसरे से जुड़े रह सकते थे।


ऐसा रोज-रोज करते हुए लोगों को इसकी facebook की आदत पड़ गई, पता ही नहीं चला और देखते ही देखते Great User Experience के कारण कुछ ही सालों में करोड़ों लोग इससे जुड़ गए और लोग खुद भी इसका Oral Promotion करने लगे, यानी दूसरे लोगों को भी इसको use करने की सलाह देने लगे.

 
अगर हम भी अपनी Services या Content को इस तरह तैयार करें कि इससे लोगों को सच में कोई फायदा हो और साथ ही साथ उन्हें मज़ा भी आए तो हमारे सफल होने के chances automatically बहुत बढ़ जाते हैं।



7)• अपने Space में Companies को खरीदना (Merging Popular Brands):

 
शायद आपको याद होगा कि फेसबुक में करीब 7 साल पहले  Photo & Video sharing Platform INSTAGRAM और 2014 में messaging app WHATSAPP को खरीदा था।

 
व्हाट्सएप को खरीदने के लिए उसने 19 अरब डॉलर खर्च किए थे वहीं दूसरी तरफ इंस्टाग्राम को उसने एक अरब डॉलर की रकम देकर अपने सोशल नेटवर्क में merge किया था। इसके अलावा भी पिछले कुछ सालों में फेसबुक कंपनी करीब 70 छोटे-छोटे Ventures को अपने बेड़े में शामिल कर चुकी है।

 
व्हाट्सएप्प और इंस्टाग्राम जैसे Growing Brands को खरीदने के पीछे फेसबुक की रणनीति अपनी सेवाओं का लगातार विस्तार करने की रही है। इन दोनों Brands को खरीद कर अब उसने इनको फेसबुक से कनेक्ट करने की योजना बनाई है जिससे कोई Facebook User किसी भी Instagram/WhatsApp User को message भेज सकता है और कोई भी Instagram/WhatsApp User किसी Facebook User को message कर सकता है।


इसी रणनीति का नतीजा रहा है कि फेसबुक कंपनी का User Network कम समय में ही बहुत ज्यादा फैल चुका है और आज भी लगातार फैलता जा रहा है।



8)• मुसीबतों से न घबराना (Never Giving up against Obstacles):

 
फेसबुक कम्पनी की डेढ़ दशक की ज़िंदगी में जितनी मुसीबतें आई हैं, उतनी मुसीबतें शायद ही आज तक किसी सफल कम्पनी ने lifetime में कभी face करी हो।



◆ फेसबुक कम्पनी से जुड़े विवाद (FB & Controversies):

 
फेसबुक का शुरुआत से ही विवादों से गहरा नाता रहा है। सबसे पहले तो 2003 में मार्क जुकरबर्ग को Harvard University के Data Server से Students की information हैक करके उसका प्रयोग Facemash (फेसबुक के पुराना रूप) में करने के कारण विवादों का सामना करना पड़ा था।

 
इसके बाद 2004 में मार्क पे facebook बनाने का idea चुराने के आरोप में उनके ही College में पढ़ने वाले Winklevoss Brothers ने case ठोक दिया, जिससे fb को 6 करोड़ 50 लाख डॉलर मजबूरन उन्हें देने पड़े! इसके अलावा 2010 में फेसबुक के ऊपर “The Social Network” नाम की movie भी बन चुकी है।

 
इसके अलावा, 2016 में अमेरिकी चुनावों में कैम्ब्रिज एनलिटिका को Data बेचने के आरोप लगने के कारण भी facebook की भारी आलोचना हुई थी।

 
लेकिन इन सब के बावजूद भी facebook ने हार नहीं मानी और खुद को बार-बार stable किया और यही एक कामयाब कम्पनी की पहचान है।

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