कीवर्ड रैंकिंग बहुत बातों पर निर्भर करता है। मसलन आपका अथॉरिटी कितना ज्यादा है, खासकर जब बात सिंगल पोस्ट कि हो तो उसका पेज अथॉरिटी भी ज्यादा होना चाहिए, तभी वह सर्च पेज में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगा।
इसके अलावा कीवर्ड पर भी निर्भर करता है आपने इसे किस आधार पर चुना है, हालाँकि मैंने इस टॉपिक पर अभी तक कोई पोस्ट नहीं लिखा है, सिवाय कीवर्ड टूल्स के।
अगर आप चाहते है कीवर्ड कैसे रैंक करता है या किस वजह से रैंक करता है, तो आपको इसके रिसर्च के बारे में deep जानकरी कि जरुरत है, तभी आप इसके नेगटिव/पॉजिटिव थॉट को समझ सकते है।
तो यह सब थे कुछ जरुरी बाते इसलिए मैंने इसे यहाँ शेयर करना जरुरी समझा। अब सीधे पॉइंट में आते है।
वही पढ़ें जो आप पढ़ना चाहते हैं..
1). कीवर्ड पोजीशन क्या होती है? (What is Keyword Position):
यह जरुरी भी। जब तक आपका ज्यादातर पोस्ट या सिंगल पोस्ट सर्च इंजन के टॉप10 में नहीं दिखता है, तब तक आर्गेनिक विजिटर का सपना पूरा नहीं होगा।
आपको यह मालूम होना चाहिए कि ज्यादातर विजिटर पहले पेज के पहले पोस्ट को ही पढ़ना पसंद करते और इसका मनोवैज्ञानिक कारण भी है (जो दिखता है वही बिकता है)।
अगर आपका कोई पोस्ट किसी सिंगल टार्गेटेड कीवर्ड के वजह से पहले नंबर पर दिखता है, तो इसका पेज अथॉरिटी (डोमेन के बाद) सबसे ज्यादा होगा।
तथा किसी और ब्लॉग के तुलना में 75% विजिटर आपके ही पोस्ट को विजिट करेगा और इसके बाद ही दूसरे ब्लॉग में जाएगा।
यह हाल सबके साथ खुद का भी है।
2). कीवर्ड पज़िशन चेक करने से पहले (Pre requirement):
सर्च पोजीशन देखने से पहले आपको अपने कीवर्ड के बारे मैं जानकरी लेना चाहिए:
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आप जो भी कीवर्ड को सर्च करने जा रहे है पहले यह चेक कर ले वह आपके पोस्ट में है कि नहीं।
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यह तभी काम करेगा जब इसे सर्च करने लायक जगह मैं फिट करेंगे, इसलिए इसे हमेशा टाइटल(h1) और इमेज alt tag मैं जरुरत इन्सर्ट करें।
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यह लैंग्वेज और कंट्री वॉल्यूम पर भी निर्भर करता है। कम वॉल्यूम और ज्यादा cpc वाले कीवर्ड को हमेशा चुने।
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यह कितना अथॉरिटी और बैकलिंक में अच्छा रैंक कर सकता है, इसका भी पूरा ध्यान रखे।
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हमेशा गूगल टार्गेटेड वाले कीवर्ड को चयन करें और इसके बाद ही other सर्च इंजन को।
3). कीवर्ड पोजीशन चेक करें (Check Keyword Position):
अब बारी है इसके पोजीशन के बारे जानना। हालाँकि आप यह सोच रहे होंगे कि इसके बारे में जानना कौन-सी बड़ी बात है।
पर मेरे लिए बहुत बात है क्योंकि में खुद का पोस्ट खोजते-खोजते थक जाता हुँ, पर जल्दी मिलता ही नहीं और मैं इस बात से फ़्रस्ट्रेटेड हो जाता हुँ।
इसे दो तरीके से खोज सकते है:
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From Google Search
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DupliChecker.com
गूगल सर्च से कीवर्ड पज़िशन चेक करना (From Google Search)-
इस काम के लिए में एक ट्रस्टेड साइट का उदाहरण लूँगा। मैं एक कीवर्ड ‘link building’ लेता हुँ और इसके गूगल मैं भी सर्च करता हुँ।
सर्च करने के बाद पहले पेज मैं ही पहला पोस्ट आता है MOZ वेबसाइट का जो बहुत फेमस है और सेकंड नंबर मैं backlinko.com का जिसका पोस्ट बाकि सब से कमाल का होता है।
तो यह था पहला तरीका और इस तरीके में बहुत झोल है। अगर इसमें आपका कोई पोस्ट नहीं मिलता है, तो आप मायूस हो सकते है।
हो सकता है आपका कोई पोस्ट 56वें नंबर पर रैंक कर रहा है और आप तीन पेज तक खोलने के बाद यह सोच बैठते है कि आपका पोस्ट कहीं भी रैंक नहीं कर रहा है।
ड्यूपलीचेकर की मदद से (With DupliChecker)-
यह बहुत-ही अच्छा साइट है, जहाँ एक बार में 5 link पेस्ट करके चेक कर सकते है कि यह इंडेक्स हुआ अथवा नहीं।
इसके अलावा इंडक्सिंग को अलग-अलग सर्च इंजन पर अपने कॉम्पिटिटर साइट के साथ भी चेक कर सकते है।
इस पोस्ट को सरोज आलम जी ने लिखा है जो RICHBLOG.TECH ब्लॉग में ब्लॉगिंग और मनी मैकिंग से संबंधित जानकारी लिखते हैं। यह लिखने के प्रति जुनूनी हैं।
तो दोस्तों यही था “कीवर्ड पोजीशन/ kEYWORD POSITION In Hindi” पर हमारी आज की पोस्ट। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें comment के माध्यम से जरूर बताएं और आपका कोई सवाल हो तो उसे भी जरूर पूछें। हमसे facebook पर जुड़ें ताकि आपको नई post की update मिलती रहे।
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