शायद आज तक आपने 4 तरह की SEO Techniques के बारे में ही सुना होगा, जो हैं-
वही पढ़ें जो आप पढ़ना चाहते हैं..
यूजर इन्टरएक्शन एसईओ के बारे में पूरी जानकारी/User Behaviour SEO in Hindi
1). यूजर बिहेवीयर एसईओ का मतलब (What is User Behavior SEO)-
जिन तकनीकों का use हम अपनी वेबसाइट पर लोगों को अच्छा experience देने के लिए करते हैं उन्हें ही ‘User Interaction (UX) SEO’ कहा जाता है।
2). वेबसाइट के लिए User Interation SEO क्यों जरूरी है?
3). यूजर इन्टरएक्शन फ़ैक्टर्स (User Interaction SEO Factors Checklist)-
कुछ User behvaiour factors हैं जो आपकी वेबसाइट की SERPs rankings को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं। पेश हैं ऐसे ही कुछ user interaction seo फ़ैक्टर्स, जिनके हिसाब से आपको अपनी वेबसाइट को जरूर optimize करना चाहिए-
1. शीर्षक (Title)- याद रखिए औसतन 10 में से 2 लोग आपकी पोस्ट पढ़ते हैं, बाकी के 8 लोग सिर्फ आपके पोस्ट की headline पढ़ते हैं। इसलिए अपने पोस्ट की headlines को attractive बनाने पर जरूर ध्यान दें।
2. मेटा विवरण (Meta Description)- पोस्ट की हेडलाइन ही पोस्ट के बारे पूरी जानकारी नहीं देती है। इसलिए यह जरूरी है कि हम अपनी पोस्ट के लिए meta description लिखें। इससे Click Through Rate (CTR) बढ़ता है।
3. वेबसाइट पर समय (Time on Site/Dwell Time)- लोग औसतन आपकी वेबसाइट पर कितनी देर तक तक रहते हैं इससे आपकी गूगल rankings पर बहुत फरक पड़ता है। इसलिए अपने content और UX को ऐसा बनाएँ कि लोग आपकी वेबसाइट से काफी वक्त तक चिपके रहें।
4. बाउन्स रेट (Bounce Rate)- अगर लोग आपकी वेबसाइट पर एक post पढ़ने के बाद ही निकल लेते हैं तो इसे ‘Bounce’ कहा जाता है। लोगों के बाउंस करने से हमारी साइट की गूगल रैंकिंग पर गलत प्रभाव पडता है इसलिए यह जरूरी है कि हम अपनी वेबसाइट को इस तरह optimize करें कि कम-से-कम लोग bounce करें।
12. क्रोम बूकमार्क (Chrome Bookmarks)- शायद आपको पता होगा कि Chrome गूगल कंपनी का अपना browser है। इसलिए अगर लोग आपकी वेबसाइट को chrome browser में bookmark करते हैं यानि बाद में पढ़ने के लिए save कर देते हैं तो इसका गूगल को आसानी से पता लग जाता है और वह आपकी साइट में वृद्धि करता है।
4). वेबसाइट का यूजर्स के लिए कैसे ऑपटीमाइज़ करें? (Optimize Site For Users)-
जो दिखता है वो बिकता है।
यही बात हमारे ब्लॉग पर भी लागू होती है।
100 में से 80% लोग बस हमारी पोस्ट की headline पढ़ते हैं और सिर्फ 20 % लोग होते हैं जो हमारा कंटेन्ट पढ़ते हैं।
इसलिए यह जरूरी है कि हम ऐसी headline लिखें जिसमें keywords तो मौजूद हों ही मगर साथ ही साथ वह आकर्षक भी हो, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग उस पर click कर सकें।
3. अपनी वेबसाइट का Technical SEO सुधारें-
टेक्निकल SEO का सीधा संबंध user experience से होता है। अगर कोई website technically सही नहीं है तो इस बात के बहुत ज्यादा chances होते हैं कि उसका user experience भी बहुत ज्यादा अच्छा न हों। इसलिए यह जरूरी है कि हम अपनी वेबसाइट का technical seo सही करें।
इसके लिए हम अपनी वेबसाइट को mobile responsive और fast loading बना सकते हैं।
4. फालतू के keywords का use न करें (Correct User Intent)-
अगर आप फालतू के keywords के लिए गूगल में rank करते हैं यानि जिन keywords से आपकी post रिलेटेड नहीं है। तो इससे आपकी साइट का user experience खराब हो जाता है। लोग जल्दी से आपकी वेबसाइट छोड़कर चले जाते हैं।
इसलिए अपनी पोस्ट में बेकार के keywords ना add करें। पोस्ट मेन सिर्फ वही keywords शामिल करें जिनके बारे में आपने अपनी पोस्ट में विस्तृत जानकारी दी है।
5. अपनी साइट की अच्छे से internal linking करें-
जहां पर जरूरत हो, अपनी नई पोस्ट में पुरानी पोस्ट का link दें और पुरानी पोस्ट को edit करके उसमें अपनी नई पोस्ट का link दें।
इससे bounce rate कम होता है और लोग आपकी साइट पर ज्यादा देर तक पढ़ते रहते हैं। इसके अलावा आपके pageviews बढ़ते हैं और adsense earning में इजाफा होता है।
6. अपनी पोस्ट में images और videos शामिल करें-
अपनी साइट के user experience को बेहतर बनाने का सीधा-सा मतलब है उसमें वो चीजें शामिल करना जिनकी लोगों को जरूरत है और जो उन्हें पसंद आती हैं।
अब क्योंकि images और videos से लोगों को किसी topic को समझने में आसानी होती है इसलिए इन्हें भी अपनी पोस्ट में जरूर शामिल करें।
7. फालतू के ads ना लगाएं-
साइट पर बेकार के विज्ञापन लगाने से लोगों को परेशानी होती है और वे वेबसाइट को छोड़कर भाग जाते हैं। इसलिए ads का प्रयोग सिर्फ वहीं पर करें जहाँ पर लोगों को वे पसंद आयें।
Pop-up ads का जितना हो सके उतना use करें क्योंकि वे वेबसाइट के user experience की धज्जियां उडा देते हैं।
*Quick Tip- हर 200 से 300 शब्दों पर एक ad का प्रयोग करना अच्छा रहता है।
8. अच्छी theme/layout का प्रयोग करें-
वेबसाइट के design यानि theme का user experience पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है इसलिए अपनी साइट के लिए theme का चुनाव काफी सोच समझकर करें। थीम simple लेकिन powerful हो।
9. अपनी साइट का engagement बढ़ाएं-
लोग आपकी साइट पर जितनी ज्यादा activities करते हैं गूगल आपकी साइट के user experience को उतना ही शानदार मानता है। इसलिए लोगों को आपकी साइट पर comment और share करने के लिए जरूर कहें।
10. वेबसाइट पर लोगों को subscribe करने का option दें-
लोगों को आपकी वेबसाइट या फिर ब्लॉग को subscribe करने का विकल्प जरूर दें ताकि आप जब भी कोई नयी पोस्ट publish करें उन तक उस पोस्ट का link या फिर notification पहुँच जाए।
इसके लिए आप Feedburner Email Subscription, MailChimp या फिर Push Notification Services का उपयोग कर सकते हैं।
1. रैंकब्रेन (RankBrain) क्या है?
रैंक ब्रेन अक्टूबर 2015 में आया गूगल का एक Artificial Intelligence आधारित algorithm update था जिसका काम लोगों द्वारा साइटों के साथ किए गए व्यवहार (Usrer Behaviour) के आधार उन साइटों की rankings में बदलाव करना था।
जैसे कि गूगल सर्च मे अगर ज्यादातर लोग किसी specific website पर click करते हैं तो Rankbrain द्वारा उसकी ranking ऊपर कर दी जाती है। साथ ही जिस website पर लोग ज्यादा देर टक टिके रहते हैं उन्हें भी rankbrain फायदा देता है।
2. अपनी साइट का User Experience (UX) कैसे शानदार बनाएँ?
अगर आप ब्लॉगिंग या फिर digital marketing में सफल होना चाहते हैं तो आपको अपनी वेबसाइट के user experience को शानदार बनाने की कला आनी चाहिए। जैसे-जैसे आप लगातार ब्लॉगिंग करते रहेंगे तो आप आप अपनी इस कला को लगातार निखरता हुआ पाएंगे।
Keep Blogging!
तो दोस्तों यही था “वेबसाइट यूजर अनुभव/Site User Experience in Hindi” पर हमारी आज की पोस्ट। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें comment के माध्यम से जरूर बताएं और आपका कोई सवाल हो तो उसे भी जरूर पूछें। हमसे facebook पर जुड़ें ताकि आपको नई post की update मिलती रहे।
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bahut badhiya sir ji, bahut badhiya post likha hai aapne, dhanywad
आपके हमेशा सहयोग करते रहने के लिए आभार अभिषेक जी।