पढ़ाई में मन लगाने का सही तरीका | How To Concentrate on Study in Hindi

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दोस्तों, आजकल हर student की एक बड़ी परेशानी होती है- “पढ़ाई में मन नहीं लगना.”

ऐसा नहीं हैं कि हम पढ़ना नहीं चाहते या हमें पढ़ाई की value पता नहीं होती; बल्कि इसके opposite असल में, हमें ये पता नहीं होता, की आखिर मन लगाके किसी चीज़ को पढें कैसे?


ज़्यादातर लौंडे जब भी पढ़ने का mood बनाते हैं, तो कोई ना कोई distraction आके उनका अच्छा खासा बना बनाया mood बिगाड़ देती है। जैसे कभी फ़ोन पे ही कोई notification या message ही टपक गया या फिर कोई दोस्त आ गया बुलाने और फिर अक्सर हम चले भी जाते हैं क्योंकि हम दिल से कभी नहीं पढ़ना चाहते!


अब बात आती है कि पढ़ाई दिल से कैसे करें? दरअसल हममें से ज़्यादातर लोग सिर्फ-और-सिर्फ इसलिए पढ़ते हैं ताकि उनका future secure हो सके। इससे हटके हमारा पढ़ने से कोई दिल का रिश्ता नहीं होता!


इससे पहले की हम आगे बढें, ये जान लेना जरूरी हैं कि दिल से पढ़ने का असली मतलब आखिर है क्या! तो चलिए इसे एक practical illustration के through समझने की कोशिश करते हैं


मान लीजिए आप किस्से-कहानियों को पढ़ने के दीवाने हो। एक दिन आप यूँही घर मे बैठ-बैठे कोई बेहद interesting novel पढ़ रहे हो। और आपके दोस्त घर आकर बोलने लगते हैं- “भाई, चल खेलने चलते हैं.” 

तो आप क्या कहोगे- “ना भाई, आज मेरा मूड नहीं है, तुम खेल लो.” या फिर कोई और बहाना मार लोगे, लेकिन आप उस novel को पढ़के ही रहोगे। ऐसा क्यों होता है? ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि तुम्हारे लिए खेलने से ज़्यादा अच्छा काम मज़ेदार चीज़ें पढ़ना है.. इससे तुम्हे ज़्यादा ही मजा आता है.




वहीं किसी दूसरे दिन, मान लीजिये आप School या college की पढ़ाई कर रहे हो और आपके दोस्त आकर बोलने लगते हैं- “भाई, खेलने चलरा.” 

तो आपका जवाब शायद होगा-“भाई आ रहा हूँ रुको बस 2 मिनट.” और मन ही मन क्या चल रहा होगा हमारे कि यार, अभी तो बहुत time है मेरे पास , पेपर तो 2 महीने बाद है कोई नी रात को पढ़ लूंगा! और finally हम निकल जाते हैं घर से…isn’t it?



इन दोनों चीजों पे अगर गौर करें, तो पता चलता है कि जिस चीज़ को हम सच्चे मन से करना चाहते हैं उसके लिए कोई बहाना नहीं बनाते; वहीं दूसरी तरफ जिस काम मे हमारा मन नहीं लगता, उसके लिए हज़ार invalid बहाने भी हम खोद के निकाल लेते हैं.


दिल से पढ़ने का simple सा मतलब है, जुनून से पढ़ना यानी पढ़ाई का पूरा  मज़ा लूटना, जैसा पहले case में बन्दा कर रहा हैं (हालांकि हर बार पढ़ते वक्त मजा मिले, ये जरूरी नहीं है).


कुछ लोगों को मन से पढ़ने की आदत बचपन से ही होती है, जबकि ज़्यादातर में ये नहीं होती! तो अगर ये “ज़्यादातर लोग” अगर किसी चीज़ को मन लगाकर पढ़ना चाहे, जिसमे असल में उनका मन लगता ही नहीं.. तो कुछ Psychological Tricks उनकी यहां पर मदद कर सकते हैं।


यहां पर हमने 7 steps के एक मनोवैज्ञानिक तरीके के बारे में बताया है, जिससे कोई भी स्टूडेंट पढ़ाई में अपना ध्यान लगा सकता है (अगर वो दिल से पढ़ना चाहे तो..)


💌 तो चलिए जानते हैं उन Steps को detail में, जो हमारी साइकोलोजिकल प्रोसेस को positively effect करते हैं:

• अच्छी पढ़ाई कैसे करें?


• Mantra of doing Study effectively in hindi


• Padhai me Dhyan lagane ka tarika Hindi me



1)• प्रेरणा लें (Get  Inspiration): 

 
प्रेरणा किसी भी काम को करने में हमारे लिए ऐ kick के जैसे काम करती है। जिस तरह Bike पे kick लगाने से वो स्टार्ट हो जाती है, लेकिन वो कितनी दूर जाएगी ये उसके fuel पे depend करती है। ठीक इसी तरह, कोई insipiration या motivation हमारे लिए starter का काम करता है; अब start हो जाने के बाद हमारा काम कितना आगे बढ़ पाएगा, ये तो हमारी उस काम को करने की ability & passion पे depend करता है।
 
ऐसे ही यूट्यूब पे कोई motivational video देखने के बाद हम उससे रिलेटेड काम को करना शुरू कर देते हैं, यानी हमें एक kick मिल जाती है लेकिन असल में हमारे पास उस समय इतना फ्यूल नहीं होता कि हम उस motivational kick से ज़्यादा फासला तय कर पाएं। तभी तो कुछ वक्त के बाद हम खुद ही demotivate हो जाते हैं

 
लेकिन फिर भी प्रेरणा कम से कम हमें एक मुश्किल काम को शुरू करने का मौका तो देती है, क्यूंकि ये बहुत कठिन चीज़ है। तभी तो किसी ने कहा भी है- “किसी काम की शुरुआत करना ही दुनिया का सबसे मुश्किल काम है!”

 
इसलिए शुरू कीजिए और आगे बढिए…👍


📸 YouTube पे प्रेरणादायक videos देखने के लिए नीचे दिए बटन पे टैप कीजिए-


                         

2)• अहमियत समझिए (Understand Value):

 
 “Human is a Selfish Being.” हम किसी भी काम को तब तक नहीं करते जब तक कि हमें उससे कुछ मिले नहीं।

For Example, हम दोस्त बनाते हैं ताकि ज़िन्दगी अच्छी कटे; successful होंना चाहते हैं ताकि लोग respect दें और तो और हम पढ़ना भी इसी लिए चाहते हैं ताकि हमारा future bright हो!


इसलिए अगर हमें पढ़ाई को दिल से जोड़ना है, तो दिल को पढ़ाई की अहमियत समझाना बेहद ज़रूरी है, नहीं तो ये बार-बार इधर-उधर भटकता रहेगा. 🙂 


अगर आपको किसी Exam के लिए पढ़ाई करनी है तो naturally मन ही मन सोचिये कि, यार अगर मैने ये पेपर निकाल लिया ना तो लोग मेरी इज़्ज़त करेंगे, मेरको अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिलेगा और मेरी life set हो जाएगी! दिल लालची होता है, इसलिए वो जरूर इस बात की तरफ attract होगा और अगर आपकी imagination में दम होगा तो वो उसे सच मान भी लेगा।
 

 

यहां पे मुझे “3 Idiots” movie का एक डायलॉग याद आ रहा है, जिसमे रणछोड़दास चांचड़ अपने दोस्तों से कहता है-


ये हमारा दिल जो है ना, डरता बहुत है, इसलिए इसे जितना हो सके डराकर रखो और फिर देखो “आल इस वैल

 

3)• माहौल बनाइये (Create Atmosphere) : 

 
किसी महान सन्त ने कहा है- “आसन शुद्ध तो मन भी शुद्ध.” कहने का मतलब है, की अगर हम पढ़ाई के अनुकूल माहौल में रहें तो हमारा मन खुद-ब-खुद पढ़ने का करने लगता है। वहीं अगर हम फ़ेसबुक वाले माहौल में रहते हैं तो हज़ार कसमें खाने के बावजूद भी हमारा मन फ़ेसबुकिया हो ही जाता है! इसे Science की भाषा में “Law Of Attraction” कहते हैं। 
 


इसलिए पढ़ाई के लिए अच्छी जगह को choose करना बेहद जरूरी है, खासकर जब आप पढ़ाई में struggle कर रहें हो।

पढ़ाई करने की जगह में अच्छी हवा हो, सफाई हो, चारों तरफ किताबे हो.. आसपास कोई ध्यान भटकाने वाली चीज जैसे- Mobile Phone वगैरह न हो तो अच्छा रहेगा (अपने फ़ोन को नज़रों से दूर रखें, जैसे- अलमारी में या किसी मोटी किताब के बीच..) और सबसे ज़रूरी बात शोरगुल बहुत कम हो..

अगर इन सारी चीजों को अच्छी तरह से follow किया जाए, तो हमारा करीब 50% मूड अपने आप ही बन जाता है। ये चीज़े हमे बहुत असर करती हैं, इसलिए इनपे काफी ध्यान दिया जाना चाहिए.

4)• दिमाग लगाएं (Set Mind) : 

 
अब यहां से शुरू होता है असली Mind Game. पढ़ते समय हमेशा ध्यान रखें, कि किसी भी चीज को पहली बार में मोटा-मोटा पढना चाहिए , फिर दूसरी बार में उसे गहराई से पढना चाहिए.
 
इस स्टेप में जो problem हम often face करते हैं वो है- Distraction. जब भी हम पढ़ाई में ध्यान लगाने की कोशिश करते हैं तो 1-2 मिनट के बाद ही हम अपने आसपास की चीज़ों से distract होना शुरू हो जाते हैं. इसलिए पढ़ते वक्त हमें कभी भी अपने आसपास distracting things नहीं रखनी चाहिए.
 

 

मनोवैज्ञानिक भी मानते हैं कि हम करीब 20 मिनट तक किसी चीज़ पे गहराई से ध्यान लगाते हैं तो उसमें हमारा मन automatically लगने लगता है और हमारा ध्यान भटकना काफी कम हो जाता है


इसलिए जब भी पढ़ने से ध्यान भटके तो ऊपर दिए हुए fact को remind करें और सोचे- “यार बस 20 मिनट की ही तो बात है इसके बाद तो मेरा mood अपने आप ही पढ़ाई का हो जाएगा” ☺️
 
इस तरह हर distraction के बाद अपना ध्यान वापस लगाने की कोशिश करें। हो सकता है ये idea काम कर जाए!

5)• हरेक शब्द को खोदिये (Know Every Word) : 

ये एक universal truth है कि- “जो चीज़ें हमें समझ नहीं आती, अक्सर वही चीज़ें हमें पसन्द नहीं आती!” Right?

 


इसलिए पढ़ते समय हमेशा tough words & important points को pencil से underscore करना चाहिए और जितना हो सके उनके बारे में information निकालनी चाहिए। यकीन मानिए ऐसा करने से चीजों को समझना हमारे लिए कई गुना आसान हो जाएगा.
 
For example- अगर “Honesty is the Best Policy” sentence में हमे Honesty और Policy का मतलब नहीं पता हो तो क्या हमें इसका सही मतलब समझ आ सकता है. नहीं ना?

फिर तो हम इसे सिर्फ रट्टा मारके ही याद कर सकते हैं। इसलिए याद करने से ज़्यादा focus समझने में करें, याद खुद से ही हो जाएगा! 👍
 
शब्दों का मतलब ढूंढने के लिए internet एक अच्छा साधन है, आप यहां पर चीजों के बारे में detail में जान सकते हैं।




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6)• ज़िन्दगी से जोडें (Use in Practical Life) : 

ये एक बहुत बड़ा फैक्ट है कि जब कोई चीज़ हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन जाती है तो हमारे लिए उसे भूल पाना आसान नहीं होता।

 

 
आपने देखा होगा, की जब दो प्रेमियों का break up हो जाता है तो mostly वो depression में चले जाते हैं। ऐसा क्यों? ऐसा इसलिए, क्योंकि वो एक-दूसरे की डेली लाइफ का जरूरी हिस्सा बन चुके थे और एक दूसरे के बिना उनका दिन नहीं कटता था!
 
इसी तरह अगर हम पढ़ाई को भी अपनी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा बन दें और ऐसी आदत develop करें कि किताब देखे बिना हमारा मन अधूरा-अधूरा सा लगे…
 
इसके साथ-ही-साथ अगर हम किताबी ज्ञान को अपनी ज़िंदगी से जोड़े, तो वो जल्दी और लंबे वक्त के लिए हमारी memory में स्टोर हो जाता है.

In order to link knowledge to your Practical Life, मान लीजिये हमने Science में कोई theory पढ़ी, तो घर आके हम अपने लेवल पर उसके साथ basic experiment कर सकते हैं.. ऐसा करने से जब भी future में उससे related कोई question आएगा तो हमारे पास उसे करीब से देखने का एक vision होगा जो है हमारे द्वारा किये हुए Basic Experiments.
इस करने से हम चीजों को ना सिर्फ exam के लिए पढ़ते हैं बल्कि अपनी पूरी ज़िंदगी के लिए दिमाग मे स्टोर कर लेते हैं। उन्हें अपनी पूरी ज़िंदगी के लिए दिमाग मे स्टोर कर लेते हैं।(हालांकि कई बार किताब की चीजो को असल जिंदगी में अपना पाना काफी tough होता है) Thus be soft somewhere!


7)• हमेशा अपडेटेड रहें (Stay Updated) : 

 
 
अमेरिका के World famous Human Relationship Expert ‘Dale Carnegie’ ने अपनी किताब “How to influence People & Win Friends” में लिखा है-

“कई बार मैं खुद की ही लिखी किताब के बारे में कई  सारे चीज़ें भूल जाता हूँ, जिसके लिए मुझे उन्हें कई बार review करना पड़ता है.”

 
अब जब इतना महान इंसान तक चीजों को आसानी से भूल जाता है, तो हम जैसे आम इंसान तो भूलेंगे ही। भूलना एक natural process है, जो हमारे brain का load कम करती है। अगर हमारा दिमाग हर चीज़ को याद रखने में लग जाए तो वो तो फिर दिमाग ही नहीं रहेगा। या तो वो Super Brain बन जायेगा और या फिर Scorched !

 
चीजों को अपने दिमाग मे हमेशा फ्रेश रखने के लिए उनसे Up2Date रहना जरूरी है। उनसे रिलेटेड कुछ नई चीजें सीखने से उन्हें भूलने का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा अखबार भी खुद को Up-to-date रखने का एक अच्छा और किफायती माध्यम है। इसे हर रोज़ ज़रूर पढ़ें।
ℹ️  AUTHORS’ ANGLE: 
इन 7 steps को naturally follow करके हम कई चीजों को अपने दिमाग में आसानी से स्टोर कर सकते हैं, जो हमारी पढाई के लिहाज से अच्छा है! इनके अलावा भी कयी सारी चीजें हो सकती हैं, जो इन चीजों के साथ में हमें Co-Operate करें। 


ध्यान रखिये, ये तरीका सिर्फ और सिर्फ तभी काम आएगा जबकि आप पढ़ाई तो करना चाहते हैं लेकिन कर नहीं पा रहें है। अगर आप दिल से पढ़ना ही नहीं चाहते हैं तो ये post आपके लिए बिल्कुल भी नहीं है.


इस process में कई बार आपको लगेगा, की “ये तो बहुत hard है यार!” लेकिन फिर भी आपको मेहनत करनी है और अपना मन किसी तरह इसमें लगाना है। बिना मेहनत किये ही कोई अगर महान बन जाता, तो आज सारे निकम्मे महापुरुष होते। तभी तो किसी ने कहा है- बिना मेहनत कुछ हासिल नहीं होता!


उम्मीद करते हैं कि पढ़ाई करने के टिप्स/Study Tips in Hindi पर यह Article आपके लिए काम का रहा होगा.


● Keep Trying | Hope You liked it ❤️

 

✍️ Last में एक request हैं कि अगर आपको इस article में कोई कमी लगी हो तो आप हमें बेझिझक नीचे comment box में बता सकते हैं.. Future में हम उसे इस article में जरूर शामिल कर देंगे!
 
 

 

18 thoughts on “पढ़ाई में मन लगाने का सही तरीका | How To Concentrate on Study in Hindi”

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